आज 4 से 5 बजे के बीच तट से टकरा सकता है बिपरजॉय द्वारका में भारी बारिश की आशंका
अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) आज दोपहर तक गुजरात के तट से टकरा सकता है। इसी के मद्देनजर गुजरात के 442 गांवों को अलर्ट पर रखा गया है। निचले इलाके के इन इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि Biparjoy Cyclone कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह पर लैंडफॉल करेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को दोपहर या शाम जब तूफान तट से टकराएगा और उस समय इसकी स्पीड 125 से लेकर 150 किलोमीटर तक होगी। चक्रवात बिपरजॉय के कारण द्वारकाधीश मंदिर को आज श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात जब कराची और मांडवी के बीच तट को पार करेगा तब हवा की गति 115-125 किमी प्रति घंटा रह सकती है। ये गति एक VSCS(बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान) की गति है। इसके प्रभाव के कारण नुकसान हो सकता है। आज पूरे दिन समुद्र में ऐसी(ऊंची लहरें) ही स्थिति रहेगी।
द्वारका में भारी बारिश की आशंका
द्वारका में आज अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है। कच्छ के कलेक्टर अमित अरोड़ा ने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक आज शाम 4-5 बजे के बीच लैंडफॉल करेगा। जिला प्रशासन इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। 47000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। 6 NDRF, 3 RPF और 2 SDRF की टीम लगाई गई है। आर्मी को स्टैंड बाय पर रखा गया है।
राहत व बचाव की तैयारी में जुटा प्रशासन
इन इलाकों में लोग शिफ्ट
अकेले कच्छ में करीब 34,300 लोगों को राहत व बचाव शिविर में पहुंचाया गया है। जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर जिले में 3,469, गिर सोमनाथ जिले में 1,605, लोगों को शिफ्ट किया गया है। NDRF ने गुजरात और महाराष्ट्र में टीमों को तैनात किया है। सिर्फ गुजरात में ही 18 टीमें सक्रिय है। महाराष्ट्र में 14 टीमों को लगाया गया है।
समुद्र में उठ सकती है 20 फीट ऊंची लहरें
मौसम विभाग के मुताबिक 15 जून को अरब सागर के उत्तर-पूर्व में Biparjoy Cyclone के चलते समुद्र में 9 से 20 फीट तक तूफानी लहरें उठती है। इस दौरान कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, रोजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में रिकॉर्ड तोड़ बारिश होने की संभावना है। साथ ही बादल फटने की घटना भी हो सकती है। गुजरात के द्वारका में आकाशवाणी के उस टावर को गिरा दिया गया है, जिससे आशंका है कि अगर 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं चलीं तो ये टावर गिरना तय है।