हार्ट की पंपिंग क्षमता के कमजोर होने का कारण और उपचार
dr jitendra s makkad। cardiologist। eternal hospital। jaipur
हार्ट की पंपिंग क्षमता के कमजोर होने का कारण और उपचार
इंटर्नल हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ जितेंद्र सिंह मक्कड़ कहते है कि हार्ट की पंपिंग क्षमता कमजोर होने को हार्ट फेलियर कहा जाता है, जिसमें दिल शरीर की ज़रूरत के अनुसार खून पंप नहीं कर पाता। इसके मुख्य कारणों में उच्च रक्तचाप, कोरोनरी आर्टरी डिजीज, दिल का दौरा, कार्डियोमायोपैथी, वॉल्व संबंधी समस्याएं, मधुमेह, और मोटापा शामिल हैं। ये स्थितियां हार्ट पर अतिरिक्त दबाव डालती हैं, जिससे उसकी कार्यक्षमता कम हो जाती है।
उपचार के लिए जीवनशैली में बदलाव जैसे संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और धूम्रपान-शराब का त्याग मददगार साबित होते हैं। दवाओं में एंटिहाइपरटेन्सिव, डायूरेटिक्स, बीटा-ब्लॉकर्स और एसीई इनहिबिटर्स का उपयोग किया जाता है। गंभीर मामलों में सर्जरी या हार्ट ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ सकती है। पेसमेकर या आईसीडी जैसे इम्प्लांटेबल डिवाइस भी हार्ट की धड़कनों को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
समय पर उपचार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हार्ट की सेहत को बेहतर रखा जा सकता है।
संपर्क सूत्र:, डॉ मक्कड़ मो 098290 07179