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cardiology / हदय रोग

बच्चों के हृदय रोगों में अब घबराने की जरूरत नहीं आधुनिक तरीके से सरल इलाज है उपलब्ध

Dr Sunil Gupta। pediatric cardiac surgeon। Narayana Hospital

बच्चों के हृदय रोगों में अब घबराने की जरूरत नहीं आधुनिक तरीके से सरल इलाज है उपलब्ध

पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी यानी शिशु हृदय रोग, हदय रोग विषय में से एक विशिष्ट ब्रांच विकसित हुई है। यह बच्चों के हृदय रोगों के लिए समर्पित ब्रांच है।

नारायणा हॉस्पिटल के शिशु हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि बच्चों के हृदय रोग वयस्क के हृदय रोगों से बिल्कुल भिन्न होते हैं, इनके इलाज में विशेष प्रशिक्षण की जरूरत पड़ती है ! इस कारण यह ब्रांच विकसित हुई। एक आंकड़ों के अनुसार हर जन्म लेने वाले बच्चों में एक परसेंट बच्चों में जन्मजात हृदय रोग होने की संभावना होती है।

बच्चों के हृदय रोग में निम्न रोग अक्सर सामने आते हैं, जैसे दिल में छेद, दिल की नसों का गलत जुड़ा होना, दिल की बनावट का जटिल होना,

दिल के चार चेंबर होते हैं उनमें से किसी एक चेंबर का विकसित नहीं होना, दिल तक शुद्ध रक्त पहुंचाने वाली नसों का जो कि सामान्यतः लेफ्ट साइड में होती है, दोष के कारण दाएं तरफ पर हो जाती है।

डॉ गुप्ता ने कहा कि बच्चों में जन्मजात रोग के अंतर्गत उनमें निम्न लक्षण दिखाई देते हैं

जैसे बच्चों का श्वसन गति का तेज होना, बच्चों के नाखून और होंठ का नीला पड़ना, बच्चों का रुक-रुक कर दूध पीना, बच्चों का वजन नहीं बढ़ना। बच्चों को बार-बार खांसी जुकाम व निमोनिया होना आदि।

यदि बच्चे में उक्त लक्षण दिखाई दें तो माता-पिता को बिना देर किए शिशु हृदय रोग विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए।

डॉ गुप्ता ने कहा कि बीमारी पकड़ आने पर इन बीमारियों का 80 से 85% केसेस में 100% इलाज संभव है और बाकी 10 – 15% केसेस में भी मल्टीपल सर्जरी करके इलाज कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है ! बच्चों के हृदय रोग का आधुनिक तरीके से सरल इलाज संभव हो चुका है !

80 से 85% में बच्चों के हृदय रोग के उपचार के बाद 6 माह ही दवाइयां देकर बच्चे ठीक हो जाते हैं ! बच्चों के शरीर का नीलापन पड़ना, बच्चों में छेद होना यह अत्यंत ही सामान्य बीमारी है और आसान सर्जरी से ठीक भी हो जाती है।

इसका इलाज सरकारी आयुष्मान योजना में निशुल्क उपलब्ध है। 

उल्लेखनीय है कि डॉ सुनील गुप्ता ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर से एमबीबीएस करने के बाद जे एल एन मेडिकल कॉलेज अजमेर से एम डी की और उसके बाद नारायणा बेंगलुरु से पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी में फैलोशिप की।

आपका पैतृक गांव हिंडौन सिटी है पिताजी का नाम मुरारी लाल जी और आपके छोटे भाई डॉ अनिल गुप्ता भी हदय रोग विशेषज्ञ है।

संपर्क सूत्र डॉ सुनील कुमार गुप्ता 77278 20808

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