विशेष
चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे है न्यू एडवांसमेंट्स। जयपुर में होता है असाध्य और कठिन रोगों का आधुनिकतम और नव सृजित तकनीकों से इलाज ।
देश विदेश

अन्नदाता किसानों के बीच जाएंगे भाजपाई

बिलासपुर। केंद्र सरकार ने धान के साथ ही दलहन व तिलहन के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी कर दी है। केंद्र के इस निर्णय को राजनीतिक रूप से श्रेय लेने के लिए भाजपा ने योजना बनाई है। भाजपा के अलावा अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता अब किसानों के बीच जाएंगे व केंद्र के निर्णय से अवगत कराएंगे।

एमएसपी में वृद्धि से भाजपाइयों का उत्साह दोगुना हो गया है। यही कारण है कि केंद्र के निर्णय के बाद प्रदेश भाजपा के निर्देश पर सभी जिला मुख्यालयों में स्थानीय भाजपा नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस के जरिए अपनी बात रखी और केंद्र सरकार को किसानों का वास्तविक हितैषी बताया। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने धान के समर्थन मूल्य में 143 रुपयक प्रति क्विंटल की वृद्धि कर इसे अब 2,183 रुपये कर दिया गया है। यह वृद्धि मनमोहन सरकार के कार्यकाल के 1310 रुपए की तुलना में करीब 67 प्रतिशत अधिक है। वहीं मूंग दाल के समर्थन मूल्य में 803 रुपये, मूंगफली में 527 रुपये, मोटे अनाज ज्वार में 210, बाजरा में 150, रागी में 268 रुपए, मक्का में 128 रुपये, अरहर दाल में 400 रुपये, उड़द दाल में 350 रुपये, सोयाबीन में 300 रुपये की वृद्धि की गई है।

इस अंदाज में केंद्र के फैसले का कर रहे प्रचार

भाजपाई दावा कर रहे हैं कि भाजपा सरकार ने न सिर्फ एमएसपी बढ़ाई बल्कि जन धन खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के साथ यह भी सुनिश्चित किया की बढ़ी हुई एमएसपी का लाभ सीधे किसानों तक पहुंचे। एनडीए सरकार ने एमएस.पी के अंतर्गत किसानों की धान उपज लागत पर मार्जिन डेढ़ गुना बढ़ा दिया है। मोदी सरकार ने बीते नौ वर्षों में एमएसपी में 873 रुपये की वृद्धि की है। भाजपा सरकार द्वारा की गयी मौजूदा एम.एस.पी बढ़ोतरी ने भारतीय किसानों को सुरक्षा कवच प्रदान करते हुए उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार किया है।.

Related Articles

Back to top button