महिलाओं के गर्भाशय के मुख के कैंसर के कारण निवारण और रोकथाम के जागरूकता अति आवश्यक है
इस कैंसर से बचाने के लिए एक टीका उपलब्ध
इस महत्व को ध्यान में रखते हुए प्रिवेंशन ऑफ सर्वाइकल कैंसर कंट्रोल प्रोग्राम इन राजस्थान नामक संस्था ने एक मौलिक कैलेंडर की रचना की है।
जिसकी प्रथम प्रती राजस्थान के माननीय राज्यपाल को भेंट की। संस्था की अध्यक्षा महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वीणा आचार्य, रेड क्रॉस की डॉक्टर नीलम जैन एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अंशु पाटोदिया के प्रतिनिधि मंडल ने माननीय राज्यपाल कलराज मिश्र को कैलेंडर में छपी अनूठी जानकारी के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
डॉ आचार्य का कहना है कि भारतवर्ष में सर्वाइकल कैंसर की वजह से हर दिन लगभग 200 महिलाएं अपनी जान गंवा देती है। हर 8 मिनट में एक महिला इस रोग से ग्रसित हो जाती है।
दुनिया में होने वाली कुल मौत में से एक तिहाई मौतें जो कि लगभग सवा लाख से ज्यादा है भारत में इस रोग की वजह से होती है।
अच्छी बात तो यह है कि इस कैंसर से बचाने के लिए एक टीका उपलब्ध है और उस को यदि किशोरावस्था में ही 9 से 14 वर्ष की उम्र में दो खुराक में लगा दिया जाए तो जीवन में इस कैंसर से 90% से ज्यादा बचाव हो सकता है ।
30 से 65 वर्ष की आयु की सभी महिलाओं को इस कैंसर के लक्षण प्रकट होने से पहले ही रोग की पहचान करने के लिए जांच करवानी चाहिए।
यह जांच सभी प्रशिक्षित महिला एवं स्त्री रोग विशेषज्ञों के द्वारा की जा सकती है। कुछ ही समय में यह पता लग जा सकता है कि इस कैंसर के कारक हुमन पपिल्लोमावायरस का कोई संक्रमण तो नहीं है , यह कैंसर एक वायरस के द्वारा होता है जिसे एचपीवी वायरस कहते हैं वह यौन संबंधों के दौरान फैलता है।
डॉ आचार्य और प्रतिनिधि मंडल ने बतलाया कि समय पर टीकाकरण व जांच एवं उपचार से इस कैंसर की विभीषिका से पूरी तरह से छुटकारा पाया जा सकता है। माननीय राज्यपाल महोदय ने सकारात्मक रूप से पुरी जानकारी प्राप्त कर उचित सहयोग के लिए आश्वस्त किया।
नॉर्थ इंडिया गाइनेकोलॉजिस्ट संगठन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में जयपुर की महिला स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वीणा आचार्य को 26 जनवरी को प्लैटिनम ऑरेशन से सम्मानित किया गया, उल्लेखनीय है कि डॉ आचार्य काफी लंबे समय से एचपीवी वैक्सीन के जागृति के लिए विभिन्न स्कूलों एवं अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करती रहती है।