गंभीर बीमारी का इलाज ले रहे रोगियों के लिए अब दवाओं पर 50% से अधिक की छूट दवा बाजार में होगी गला काट प्रतिस्पर्धा।
गंभीर बीमारी का इलाज ले रहे रोगियों के लिए अब दवाओं पर 50% से अधिक की छूट
दवा बाजार में होगी गला काट प्रतिस्पर्धा।
- छोटी दवा निर्माता कंपनियां हो सकती है बाजार से गायब
गंभीर बीमारी के इलाज के लिए दवा खरीदने में कई लोगों के प्लॉट, खेत और आभूषण तक बिक जाते हैं। इस वेदना को ध्यान रखते हुए फार्मेसी चेन चलाने वाली मेडप्लस हेल्थ सर्विसेज लिमिटेड पेटेंट फ्री 500 से ज्यादा दवाएं अपने ब्रांड के अंतर्गत 50 प्रतिशत से अधिक की छूट पर बेचेगी। मेडप्लस (MedPlus) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जी मधुकर रेड्डी ने एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी थी। कंपनी ने मरीजों को लाभ पहुंचाने के लिए बिना पेटेंट की उच्च गुणवत्ता वाली दवाइयों के उत्पादन के लिए कई फेमस मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के साथ अनुबंध किया है।
उन्होंने कहा कि इन दवाओं में हाई ब्लड प्रेशर , मधुमेह और गुर्दे की बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं शामिल है। अपनी विस्तार योजनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि कंपनी इस समय 7 राज्यों में 4,000 से अधिक मेडिकल स्टोर संचालित करती है। रेड्डी ने कहा कि मेडप्लस 2023-24 के दौरान 800-1,000 नई फार्मेसी खोलने की तैयारी कर रही है। इससे कंपनी के स्टोर की कुल संख्या लगभग 4,500 तक हो जाएगी। हैदराबाद की खुदरा श्रृंखला ने गत वित्त वर्ष (2022-23) में 4,558 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया था।
सरकार ने तय किए थे रेट
केंद्र सरकार की राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) ने मधुमेह और उच्च रक्तचाप के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं समेत 23 औषधियों के खुदरा मूल्य तय कर दिए हैं।
एनपीपीए ने 26 मई, 2023 को प्राधिकरण की 113 वीं बैठक में लिए गए फैसलों के आधार पर दवा (मूल्य नियंत्रण) आदेश, 2013 के तहत ये खुदरा कीमतें तय की हैं।
एक अधिसूचना के अनुसार, एनपीपीए ने मधुमेह की दवा ‘ग्लिक्लाजाइड ईआर’ और ‘मेटफॉर्मिन हाइड्रोक्लोराइड’ की एक गोली की कीमत 10.03 रुपये तय की है।
इसके अलावा
टेल्मिसार्टन,
क्लोर्थालिडोन और सिल्नीडिपाइन की एक गोली की खुदरा कीमत 13.17 रुपये होगी।
दर्द निवारक दवा ट्रिप्सिन, ब्रोमेलैन,
रुटोसाइड ट्राइहाइड्रेट और डाइक्लोफेनाक सोडियम
की एक गोली की खुदरा कीमत 20.51 रुपये तय की गई है।
एनपीपीए के अनुसार दवा (मूल्य नियंत्रण) आदेश 2013 (एनएलईएम 2022) के तहत 15 अधिसूचित फॉर्मूलेशन के अधिकतम मूल्य में भी संशोधन किया।