आरजीएचएस के अंतर्गत फर्जीवाड़े का खुलासा
राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (आरजीएचएस) में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। अपने परिचितों और रिश्तेदारों को निशुल्क इलाज दिलाने के लिए सरकारी कर्मचारियों ने रिस्क लेने में भी गुरेज नहीं किया।
शक और शिकायतों के बाद ये कर्मचारी पकड़े गए और उनका आरजीएचएस कार्ड ब्लॉक कर दिया गया। किसी ने अपने सांस-ससुर को माता पिता बना कर एडमिट कराया तो किसी ने अपने चाचा को भर्ती करा दिया। लगातार इस तरह के मामलों के बाद आरजीएचएस की डेटाबेस विजिलेंस एक्टिवेट हुई और कई फर्जी मामले पकड़े। सूत्रों के अनुसार करीब 4000 से अधिक कर्मचारियों और पेंशनर्स ने गड़बड़ी कर या तथ्यों को छिपाकर अपने जानकारों का इलाज कराया। फर्जीवाड़े के पकड़े जाने पर विभाग ने जनआधार कार्ड के रिकॉर्ड से मिलान के बाद इन सभी कार्मिकों के कार्ड ब्लॉक कर दिए गए हैं। उधर, ड्रग एक्ट की पालना नहीं करने पर 29 मेडिकल स्टोर के लाइसेंस भी निलम्बित किए गए हैं।