शरद पवार की बैठक में सुप्रिया सुले ने संभाला मोर्चा कहा – हमारी लड़ाई BJP सरकार के ख़िलाफ
मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र में एनसीपी प्रमुख शरद पवार पार्टी की बैठक ले रहे हैं। इस बैठक में एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद सुप्रिया सुले और एनसीपी नेता अनिल देशमुख और जयंत पाटिल भी शामिल हुए। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिये सुले ने कहा कि हमारा अपमान करें, लेकिन हमारे पिता (शरद पवार) का नहीं। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई भाजपा की सरकार के ख़िलाफ़ है। भाजपा देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी है… और मूल NCP शरद पवार के साथ है।
पार्टी पर कब्जे की लड़ाई
शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने नौ विधायकों के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के पास अयोग्यता याचिका दायर की है। दूसरी ओर चुनाव आयोग को अजित पवार की ओर से एनसीपी पार्टी और चुनाव चिह्न पर दावा करने वाली याचिका मिली है। आयोग को शरद पवार गुट के जयंत पाटिल से भी एक याचिका मिली है कि उन्होंने 9 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे पहले शरद पवार ने अपने करीबी प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को “पार्टी विरोधी गतिविधियों” के लिए पार्टी से निकाल दिया। राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल, शरद पवार के करीबी सहयोगी रहे हैं और उन्हें पिछले महीने एनसीपी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
पार्टी संभाल पाएंगी सुप्रिया सुले?
महाराष्ट्र की राजनीति को ज्यादातर जानकारी मानते हैं कि शरद पवार के बाद अजित पवार ही ऐसे नेता हैं, जिनकी पार्टी में बेहतरीन पकड़ है। पवार परिवार की तीन पीढ़ियां राजनीति में सक्रिय हैं, लेकिन शरद पवार के बाद सबसे कद्दावर नाम अजित पवार का ही आता रहा है। अजित पवार महत्वकांक्षी नेता हैं और वह लोगों के बीच सुप्रिया सुले से अधिक पॉपुलर हैं। सुप्रिया सुले लोगों के बीच उतनी जुड़ी हुई नहीं है, जितने अजित पवार है। ऐसे में एनसीपी को चलाने के लिए उन्हें तो कड़ी मेहनत करनी ही होगी। अगले साल देश में लोकसभा चुनाव है और शरद पवार के पास समय कम है और चुनौतियां काफ़ी बड़ी, क्योंकि एनसीपी में इस फूट से बीजेपी को लोकसभा चुनाव में फायदा हो सकता है।