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धूप निकलने से बढ़ी उमस शाम को तेज बौछारें पड़ने की संभावना

भोपाल। वर्तमान में प्रदेश के मौसम का प्रभावित करने वाली कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है, लेकिन मानसून द्रोणिका के ग्वालियर, सीधी से होकर गुजरने के कारण नमी मिल रही है। इस वजह से प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर छिटपुट वर्षा हो रही है। उधर धूप निकलने के कारण उमस ने बेचैनी बढ़ा दी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार-बुधवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक डिंडौरी में 47.2, प्रभातपट्टन (बैतूल) में 42.4, हरदा में 43.2, रतलाम में 39, मंदसौर, अमरकंटक 28, बड़वाह में 25, बालाघाट, सीधी में 22, खंडवा में 12, बनखेड़ी 8.4, भोपाल (सिटी) में पांच मिलीमीटर वर्षा हुई।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में मानसून द्रोणिका बीकानेर, दोसा, ग्वालियर, सीधी, अंबिकापुर, बालासोर से होकर बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भाग में हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात भी कुछ गहरा गया है। महराष्ट्र के तट से लेकर केरल के तट तक एक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। गुजरात में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।

शुक्ला के मुताबिक अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से कुछ नमी मिलने के कारण प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। हालांकि वातावरण में नमी रहने और धूप निकलने के कारण उसम लोगों को परेशान कर रही है। तापमान बढ़ने की वजह से मंगलवार-बुधवार को भी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, ग्वालियर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। शुक्ला के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के आगे बढ़ने के बाद प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में तेजी आने के आसार हैं।

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