पानी टंकी में चढ़कर शिक्षक ने किया हाई वोल्टेज ड्रामा
अंबिकापुर। सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड के एक शिक्षक का वीडियो इंटरनेट मीडिया में तेजी से प्रसारित हो रहा है। इस वीडियो में खाली शरीर में शिक्षक पानी टँकी में चढ़कर नृत्य करते दिख रहे है। शिक्षक के हाई वोल्टेज ड्रामा का वीडियो सामने आने के बाद लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं।बताया जा रहा है कि एक सप्ताह में तीसरी बार शिक्षक ने ऐसा कृत्य किया है। उदयपुर के पानी टँकी में चढ़ कर लोगों को परेशानी में डालने वाले शिक्षक अपनी ही धुन में रहते है। इस बार पानी टँकी में चढ़े शिक्षक के शरीर मे कपड़े के नाम पर एक हाफ पैंट ही दिख रहा है। पानी टँकी में चढ़कर असुरक्षित तरीके से इधर-उधर टहलते रहते है।इस बार तो उन्होंने मस्ती में खूब नृत्य भी किया।इधर नीचे खड़े लोग उन्हें सुरक्षित तरीके से नीचे उतरने मिन्नतें करते रहते हैं। समझाइश के बाद वे पानी टंकी से नीचे उतरते हैं। शिक्षक के हाई वोल्टेज ड्रामा के कारण आस पड़ोस में रहने वाले लोग भी परेशान है। उन्हें डर इस बात का सताता है कि कोई अनहोनी न हो जाए।
नदी में मिले दोनों शव की शिनाख्त, दादा व पोती निकले मृतक
सूरजपुर (नईदुनिया न्यूज)। शनिवार को ओड़गी थाना क्षेत्र में गंगोत्री गांव से सटकर गुजरी महान नदी में मिले दोनों शव की पहचान दादा-पोती के रूप में की गई है। नदी में मिला शव जिले के दूरस्थ गांव चिकनी निवासी रामदुलार गोंड़ 62 वर्ष व उसकी पोती देवकुमारी पुत्री मदन सिंह 17 वर्ष की है। दोनों के नदी पार करते समय बहने से मौत हो गई थी।
बता दें कि ओड़गी थाना क्षेत्र के गंगोत्री गांव से सटकर महान नदी गुजरती है। शनिवार की शाम करीब चार बजे ग्रामीणों ने नदी के पानी में किनारे तरफ एक व्यक्ति एवं एक किशोरी का शव देखा था। इसकी सूचना ग्रामीणों ने ओड़गी पुलिस को दी थी। पुलिस ने नदी से दोनों शव को काफी मशक्कत से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। दोनों शव का रविवार को पोस्टमार्टम किया गया। उसके पश्चात शव को परिजनों के सुपुर्द किया गया।
नदी पार करने के दौरान बह गए थे दोनों-
बताया गया कि मृतक रामदुलार गोंड़ का पुराना घर चिकनी गांव तथा नया घर ग्राम जाज में है। वह मंगलवार दोपहर में रामदुलार अपने जाज स्थित नए घर जाने के लिए पोती देवकुमारी के साथ घर से निकला था। बलही डोंगा घाट में महान नदी पैदल पार करते समय वे नदी के तेज बहाव में बह गए थे। घटना से गांव में मातम का माहौल निर्मित है