एयर इंडिया की नौकरी छोड़कर सरपंच निर्वाचित हुई थीं सोनम मरावी
शहपुरा डिंडौरी। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में मंच संचालन कर चर्चाओं में आईं जिले के शहपुरा की ग्राम पंचायत बस्तरा की आदिवासी महिला सरपंच सोनम मरावी। 2 वर्ष तक एयर इंडिया में भी सेवाएं दे चुकी हैं। नईदुनिया से चर्चा के दौरान सरपंच सोनम मरावी ने बताया कि वे एयर इंडिया में कस्टमर सर्विस असिस्टेंट पद पर सेवाएं दे चुकी हैं।
विवाह होने के बाद पारिवारिक कारणों से नौकरी छोड़नी पड़ी
सोनम ने बताया कि विवाह होने के बाद पारिवारिक कारणों से उन्हें नौकरी छोड़ना पड़ा। सोनम मरावी का विवाह जिले के शहपुरा विकासखंड अंतर्गत ग्राम बस्तरा निवासी सुनील सिंह मरावी से हुआ है। परिजनों सहित गांव के बुजुर्गों की प्रेरणा से सोनम मरावी ने 2022 में सरपंच का चुनाव लड़ा और बड़े अंतर से निर्वाचित भी हुई। सोनम द्वारा लगभग 6 माह पहले भाजपा की सदस्यता ली गई, तब से वे भाजपा के लिए कार्य कर रही है।
शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल बैतूल में आठवीं से 12वीं तक की पढ़ाई की
सोनम ने बताया कि उनके पिता जिला सांख्यिकी अधिकारी के पद पर पदस्थ थे। उन्होंने शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल बैतूल में कक्षा आठवीं से 12वीं तक की पढ़ाई की। उसके बाद उन्होंने उच्च शिक्षा लेने के साथ अंग्रेजी से एमए भी किया। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा फ्रेंच भी सीखा गया।उन्होंने बताया कि हिंदी मीडियम से अध्ययन करने के चलते उन्हें अंग्रेजी सीखने में कुछ समस्या भी हुई। सरपंच सोनम मरावी के पति बांधवगढ़ के एक होटल में मैनेजर है। उनके द्वारा गांव के विकास के लिए भी लगातार मजबूती से शासन प्रशासन के समक्ष ग्रामीणों की समस्याएं रखी जाती हैं।
मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम का संचालन बस्तरा सरपंच सोनम मरावी ने किया
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम को संबोधित करने मंगलवार को भोपाल आए थे। इस दौरान मुख्य समारोह का संचालन बस्तरा सरपंच सोनम मरावी ने किया। यह आदिवासी बहुल जिले डिंडौरी के लिए गौरव की बात मानी जा रही है। सोनम मरावी ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा सिर में हाथ रखकर उन्हें अच्छा मंच संचालन करने के लिए आशीर्वाद भी दिया। इसी के साथ उन्हें प्रधानमंत्री ने भी मंच संचालन अच्छा करने पर उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि उन्होंने अब तक कॉलेज स्तर के कार्यक्रम में ही मंच का संचालन किया था। इतने बड़े कार्यक्रम में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में मंच का संचालन करना उनके जीवन के लिए हमेशा यादगार रहेगा।