विशेष
चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे है न्यू एडवांसमेंट्स। जयपुर में होता है असाध्य और कठिन रोगों का आधुनिकतम और नव सृजित तकनीकों से इलाज ।
देश विदेश

कांग्रेस अब हारी हुई विधानसभा सीटों पर भेजेगी सहयोगी संगठनों की टीम

भोपाल। मध्‍य प्रदेश में कांग्रेस जिन विधानसभा सीटों पर लगातार हार का सामना कर रही है, वहां संगठन को मजबूत करने के लिए अब सहयोगी संगठनों की टीम भेजी जाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के बाद अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ को सौंप चुके हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के दौरे भी इन विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे हैं। संगठन ने कार्ययोजना के अनुसार अब सहयोगी संगठनों को इन क्षेत्रों में मतदान केंद्र स्तर पर टीम तैयार करें। इसमें स्थानीय कार्यकर्ताओं को ही रखा जाए ताकि वे पूरा समय दे सकें। पार्टी ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों को भी इन विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करके आकलन करने के लिए कहा है।

कांग्रेस प्रदेश में 69 सीटें तीन या उससे अधिक चुनाव से लगातार हार रही है। इस बार इन सीटों को प्राथमिकता में रखने के साथ कार्ययोजना बनाकर काम किया जा रहा है। दिग्विजय सिंह और रामेश्वर नीखरा कार्यकर्ताओं के साथ ठक कर चुके हैं और रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को दे दी है।

इसमें संगठन में और कसावट लाने की आवश्यकता के साथ मतदान केंद्र पर सक्रियता बढ़ाने की बात कही गई है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का कहना है कि रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद प्रदेश अध्यक्ष द्वारा आगामी कार्यक्रम निर्धारित किए जाएंगे।

उधर, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस,भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) सहित अन्य सहयोगी संगठनों से कहा गया है कि वे मतदान केंद्र स्तर पर अपनी टीम तैनात करें। इसके लिए ऐसे कार्यकर्ताओं को चिह्नित किया जाए जो उसी मतदान केंद्र के निवासी हों ताकि इन्हें ही मतदान केंद्र की व्यवस्था में लगाया जा सके।

युवा कांग्रेस के मीडिया विभाग अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी का कहना है कि हमें मतदान केंद्र स्तर पर टीम तैयार करने और मतदान प्रबंधन का काम सौंपा गया है, जिसे प्राथिमकता के आधार पर किया जा रहा है। एनएसयूआइ को 18 से 20 वर्ष तक के मतदाताओं से संपर्क कर पार्टी से जोड़ने का काम दिया है।

केंद्रीय पर्यवेक्षक सुभाष चोपड़ा, अर्जुन मोढवाडिया, कुलदीप सिंह राठौर और प्रदीप टम्टा ने भी जिलेवार दौरे शुरू कर दिए हैं। ये दावेदारों की स्थिति का आकलन करने के साथ संभावित प्रत्याशी का नाम संगठन को सुझाएंगे।

इन सीटों पर है फोकस

रहली, नरयावली, सागर, बीना, गुना, शिवपुरी, दतिया, डा.आंबेडकर नगर (महू), इंदौर दो, इंदौर चार, इंदौर पांच, बिजावर, चांदला, पथरिया, हटा, सिरमौर, सेमरिया, त्यौंथर, रामपुरबघेलान, रीवा, सीधी, सिंगरौली, देवसर, धौहनी, जैतपुर, बांधवगढ़, मानपुर, मुड़वारा, जयसिंहनगर, जबलपुर कैंट, पनागर, सिहोरा, परसवाड़ा, बालाघाट, सिवनी, आमला, टिमरनी, सिवनी मालवा, होशंगाबाद, सोहागपुर, पिपरिया, भोजपुर, कुरवाई, शमशाबाद, बैरसिया, नरेला, हुजूर, गोविंदपुरा, बुधनी, आष्टा, सीहोर, सारंगपुर, सुसनेर, शुजालपुर, देवास, खातेगांव, बागली, हरसूद, खंडवा, पंधाना, बुरहानपुर, धार, उज्जैन उत्तर, उज्जैन दक्षिण, रतलाम सिटी, मंदसौर, मल्हारगढ़, नीमच और जावद।

Related Articles

Back to top button