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25 साल में आटोमोबाइल सेक्टर में शुरू किया कारोबार अपने दम पर बनाई अलग पहचान कुछ ऐसी है इनकी बिजनेस जर्नी

रायपुर। खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से पूछे कि बोल तेरी रजा क्या है। यह महज कोई डायलाग नहीं है बल्कि कुछ लोगों के लिए कर भी दिखाया है। ऐसा ही कुछ हम फेडरेशन आफ आटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (फाडा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व रालास मोटर्स के संचालक मनीषराज सिंघानिया के बारे में कह सकते हैं। छत्‍तीसगढ़ में ही नहीं, पूरे देश में ही इन्होंने आटोमोबाइल के क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम हासिल किया है। छत्तीसगढ़ के ये पहले व्यक्ति है जो फाडा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए हैं।

रियल एस्टेट व कंस्ट्रक्शन से जुड़ा है परिवार

फाडा अध्यक्ष मनीषराज सिंघानिया ने बताया कि उनका परिवार मुख्य रूप से कंस्ट्रक्शन व रियल एस्टेट के कारोबार से जुड़ा है। वे शुरूआत से ही इससे कुछ अलग हटकर काम करना चाहते थे और बीकाम व एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद वर्ष 2000 में उन्होंने रालास मोटर्स के रूप में महिंद्रा एंड महिंद्रा की डीलरशिप ली। उन्होंने बताया कि उन्होंने जब डीलरशिप ली तो देशभर में सबसे कम उम्र के कार डीलरशिप थे और इसके लिए महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी की ओर से उन्हें प्रोत्साहित भी किया जाता रहा।

पहले वर्ष 150 गाड़ियों की बिक्री, अब 3600 गाड़ियों की हर साल होती है बिक्री

फाडा अध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2000 में जब उन्होंने रालास मोटर्स का शुभारंभ किया। पहले उन्होंने एक वर्ष में लगभग 150 से अधिक गाडि़यों की बिक्री की। वर्तमान में इनकी संख्या बढ़कर 3600 हो गई है। इस प्रकार पहले वर्ष उनका टर्नओवर लगभग 10 करोड़ था, जो वर्तमान में 350 करोड़ पहुंच गया है।

उन्होंने कहा कि वे अपने काम में सबसे ज्यादा ग्राहक संतुष्टि पर ही फोकस करते है और यह कोशिश रहती है कि चाहे सेल्स हो या सर्विस हो सभी में उपभोक्ता पूरी तरह से संतुष्ट हो। आज देशभर में रालास मोटर्स ने अपनी अलग पहचान बना ली है।

घूमना-फिरना, रीडिंग का है शौक

मनीषराज सिंघानिया ने बताया कि उन्हें जब भी अपने काम से फुरसत मिलती है,वो परिवार के साथ घूमने निकल जाते है। इसके साथ ही विभिन्न अवसरों पर फैमिली ट्रिप में जाते है। इसके साथ ही उन्हें किताबें पढ़ने का भी बहुत शौक है।

कारोबार के साथ सामाजिक प्रगति पर भी ध्यान

कारोबार के साथ ही मनीषराज सिंघानिया का फोकस सामाजिक प्रगति पर भी रहता है। समय-समय पर उनके द्वारा सामाजिक विकास के काम किए जाते रहे हैं। उनका कहना है कि वे समाज के विकास के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने संस्थान रालास मोटर्स को भी एक परिवार की तरह ही मानते हैं और सभी स्टाफ सदस्यों का भी ध्यान रखा जाता है।

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