डायबिटीज मरीज कैसे रखें शुगर कंट्रोल, क्या खाएं और क्या नहीं – डॉ धर की राय
dr rajendra dhar। nims। physician

डायबिटीज मरीज कैसे रखें शुगर कंट्रोल, क्या खाएं और क्या नहीं – डॉ धर की राय
निम्स अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. राजेन्द्र धर के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों को मीठा खाने से पूरी तरह नहीं डरना चाहिए, बल्कि सही विकल्प चुनना जरूरी है। प्राकृतिक रूप से मीठे फल जैसे जामुन, आंवला, संतरा और टमाटर में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। ऐसे फल लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले होते हैं और ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाते हैं।
डॉ. धर बताते हैं कि डायबिटीज में ग्लाइकेशन नामक प्रक्रिया त्वचा और अंगों को नुकसान पहुंचाती है, जो रक्त में अतिरिक्त ग्लूकोज के कारण होती है। इससे बचने के लिए हाई ग्लाइसेमिक फूड (जैसे सफेद ब्रेड, पास्ता, मिठाई, सोडा) से परहेज जरूरी है।
डायबिटीज मरीजों को ताजे फल, हरी सब्जियां (पालक, करेला, ककड़ी), साबुत अनाज और लो फैट प्रोटीन को भोजन में शामिल करना चाहिए। तली-भुनी चीजें और कृत्रिम मिठास वाले शुगर फ्री उत्पाद सीमित मात्रा में ही लें क्योंकि इनमें भी कैलोरी अधिक होती है। रोजाना हल्का व्यायाम, पर्याप्त नींद और तनाव नियंत्रण भी ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए जरूरी है।
शुगर फ्री के बारे में भ्रम से बचें
बहुत से लोग मानते हैं कि ‘शुगर फ्री’ मिठाइयाँ सुरक्षित हैं, लेकिन डॉ. धर चेतावनी देते हैं कि इनमें मौजूद खोया, क्रीम और फैट शरीर में कैलोरी बढ़ाते हैं और इनका अधिक सेवन शुगर नियंत्रण में बाधा बन सकता है। शुगर फ्री उत्पादों का सीमित और सावधानीपूर्वक सेवन करें। यदि जरूरत हो तो प्राकृतिक स्वीटनर जैसे स्टीविया या नारियल शुगर का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
संपर्क सूत्र – डॉ. राजेन्द्र धर, मो. 94140-73962