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मध्यप्रदेश

सीधी केस में पीड़ित से मिले सीएम शिवराज पैर धोकर किया सम्मान

 भोपाल। सीधी कांड के पीड़ित आदिवासी से मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को मुलाकात की। पीड़ित दशमत रावत सुबह तकरीबन 10 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। मुख्यमंत्री चौहान ने पैर धोकर उनका सम्मान किया। सीएम शिवराज ने सीधी में दशमत के साथ हुई घटना पर दुख व्यक्त किया कहा कि इससे मन द्रवित है। मुख्यमंत्री ने दशमत से उस घटना के लिए माफी भी मांगी।

उधर, सीधी कांड को लेकर लगातार सियासत गरमा रही है। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सीधी जिले में आदिवासी समाज के युवक के ऊपर लघुशंका करने के कृत्य को अमानवीय, घृणित और बेहद शर्मनाक बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि भाजपा राज में आदिवासी हितों पर केवल कोरी बातें और दावे हो रहे हैं। आदिवासियों पर अत्याचार रोकने के लिए सरकार ठोस कदम क्यों नहीं उठाती।

इसी मामले पर राहुल गांधी ने भी ट्वीट क‍िया है। वहीं सीधी जिले में आरोपित के घर का अवैध हिस्‍सा बुलडोजर से ध्‍वस्‍त करने के बाद सीएम श‍िवराज ने भी ट्वीट किया।

उन्‍होंने ल‍िखा कि एनएसए लगा दिया गया है, बुलडोजर भी चला दिया गया है और अगर जरूरत पड़ी तो मामा जी अपराधियों को 10 फुट जमीन के नीचे भी गाड़ देंगे।इस बारे में सीएम ने ट्वीट भी किया है।

वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि यह घटना संपूर्ण आदिवासी समाज का अपमान है। पीड़ित परिवार इतना डरा है कि कई दिन बाद भी पुलिस में शिकायत तक नहीं की। इसके बाद आरोपित ने पीड़ित से जबरन एक हलफनामा लिखवा लिया कि उसे इस कृत्य से कोई आपत्ति नहीं है, इस कृत्य का वीडियो फर्जी है।

आरोपित पर सख्त कार्रवाई हो : डा. गोविंद सिंह

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर बहु प्रसारित वीडियो की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ित से झूठा शपथ पत्र लिखवाया गया है। इसकी भी जांच होनी चाहिए।

भाजपा ने बनाई सीधी की घटना के लिए चार सदस्यीय जांच कमेटी

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि सीधी की घटना अत्यंत दुर्भाग्यजनक है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दोषी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कड़ी कार्रवाही की है। भाजपा ने घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। जांच कमेटी में राज्य कोल जनजाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल के नेतृत्व में विधायक शरद कोल, विधायक अमर सिंह तथा पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह शामिल हैं। जांच कमेटी घटना से जुड़े संपूर्ण तथ्यों की जांच कर संगठन को रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

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