क्रेनियल, खोपड़ी और रीढ़ की हड्डी के क्षेत्र में नई तकनीकों के गुर सिखाए
क्रेनियल, खोपड़ी और रीढ़ की हड्डी के क्षेत्र में नई तकनीकों के गुर सिखाए
न्यूरोएंडोस्कोपी कार्यशाला सम्पन्न
झालाना स्थित राजस्थान इंटरनेशल सेन्टर में आयोजित दो दिवसीय न्यूरो एंडोस्कोपी कार्यशाला सम्पन्न हो गई। इस कार्यशाला में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के न्यूरोसर्जरी विभाग के 300 डॉक्टरों ने भाग लिया।
कार्यशाला में डॉक्टरों को क्रेनियल, खोपड़ी और रीढ़ की हड्डी के क्षेत्र में नई तकनीकों के गुर सिखाए गए। आयोजन सचिव और प्रमुख डॉ. मनीष अग्रवाल ने बताया कि जयपुर में दूसरी बार कार्यशाला हुई है, जिसका शुभारंभ आरयूएचएस वीसी डॉ. धनन्जय अग्रवाल ने किया।
कार्यशाला में देश के जाने-माने न्यूरोसर्जन डॉ. मानस पाणिग्रही (हैदराबाद), डॉ. अतुल गोयल (मुम्बई), डॉ. आशीष सूरी (नई दिल्ली), डॉ.बी.एस. शर्मा (जयपुर), डॉ. सुरेश (मुम्बई), डॉ. सुरेश नायर (त्रिवेन्द्रम), डॉ. सुचंदा भट्टाचार्य (हैदराबाद) समेत अनेक विशेषज्ञों ने वीडियो सर्जरी की नई तकनीक की जानकारी और व्याख्यान दिए।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि रविवार को एनाटमी विभाग में न्यूरो एंडोस्कोपी केडेवरिक कार्यशाला हुई।