फर्जी डिग्री बांटने वाली यूनिवर्सिटी का हुआ खुलासा
फर्जी डिग्री बांटने वाली यूनिवर्सिटी का हुआ खुलासा
SOG ने किया पकड़ा, PTI सहित 2 गिरफ्तार फर्जी डिग्री के मामले में एसओजी ने बड़ा मामला पकड़ा है।
मामला यूं पकड़ में आया।
पुलिस को सूचना मिली थी कि एक गिरोह फर्जी डिग्रियों का धंधा कर रहा है। एसओजी ने ऑपरेशन चलाया और धर पकड़ की।
चूरू। एसओजी ने फर्जी डिग्री जारी करने वाले 2 दलालों सहित 1 पीटीआई को गिरफ्तार किया।
एसओजी की 5 टीमों ने बुधवार को चूरू जिले के राजगढ़/सादुलपुर में स्थित ओपीजेएस यूनिवर्सिटी में भी सर्च की कार्रवाई की।
इस दौरान एसओजी को वहां से फर्जी डिग्री मिली। वीके सिंह ने बताया कि सूचना पर एसओजी ने शिकायत दर्ज की और जांच एडिशनल एसपी सतनाम सिंह को दी। जांच में सामने आया कि आरोपी सुभाष पूनिया कई यूनिवर्सिटी के दलाल के रूप में काम करता है।
वह विशेष रूप से चूरू जिले के राजगढ़ स्थित ओपीजेएस यूनिवर्सिटी में दलाली करता है। ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट से मिली भगत कर बैक डेट में फर्जी डिग्री, मेडल और प्रमाण पत्र जारी करवाता है।
ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट से मिलीभगत कर बैक डेट में फर्जी डिग्री, मेडल और प्रमाण पत्र जारी करवाता है।
साथ ही फर्जी डिग्री और प्रमाण पत्र का सत्यापन शिक्षा विभाग में कार्यरत कुछ स्टाफ और यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट से मिलीभगत कर करवाता है। इस पर एसओजी को फर्जी खेल प्रमाण पत्र मिले. एसओजी ने इन दस्तावेजों के साथ ही यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड को जब्त किया है और जयपुर मुख्यालय लेकर गई है। एडीजी एसओजी वीके सिंह ने बताया कि कुछ दिनों पहले उनको सूचना मिली थी कि राजगढ़ के गांव बेरासर का 52 साल के सुभाष पूनिया और उसका बेटा परमजीत, जो राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुर्जा पंचायत समिति बसेड़ी (धौलपुर) में पीटीआई है, अपने साथियों के साथ मिलकर कई यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री, फर्जी खेल प्रमाण पत्र, फर्जी मेडल और बैक डेट में एडमिशन दिलाने का काम संगठित गिरोह के रूप में करता है।
इन बदमाशों को पकड़ने के लिए एसओजी ने डिकॉय ऑपरेशन की योजना बनाई। योजना के तहत एक व्यक्ति को लाइब्रेरियन की डिग्री बैक डेट में दिलाने की बात करने के लिए आरोपी सुभाष पूनिया के पास भेजा गया। यह सौदा 50 हजार में तय हुआ और सुभाष के कहने पर 20 हजार एडवांस के रूप में उसके बेटे परमजीत के खाते में डाले गए। पैसे डालने के कुछ दिनों के बाद आरोपी सुभाष ने लाइब्रेरियन की फर्जी डिग्री वॉट्सऐप पर भेज दी।
9 अप्रैल को आरोपी सुभाष ने मूल डिग्री ओपीजेएस यूनिवर्सिटी के पास राजगढ़ में देना तय किया। इस पर एडिशनल एसपी धर्माराम गिल्ला भी उस व्यक्ति के साथ गए। मुलाकात के दौरान आरोपी सुभाष ने बताया कि संबंधित डिग्री सरदारशहर में प्रदीप कुमार शर्मा के पास है।
आरोपी ने बाकी के पैसों की मांग की। इस पर एसओजी ने सुभाष को मौके से ही डिटेन कर लिया. इसके बाद टीम ने सुभाष के घर सर्च ओप्रेशन चलाया और दूसरी टीम सरदारशहर पहुंची प्रदीप शर्मा को फर्जी डिग्री के साथ डिटेन किया. तीसरी टीम धौलपुर ने परमजीत पुत्र सुभाष पूनिया हाल पीटीआई राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुर्जा पंचायत समिति बसेड़ी (धौलपुर) को उसके घर से कुछ दस्तावेजों के साथ डिटेन किया और एसओजी टीम को सौंप दिया. एसओजी को जांच में यह भी पता चला है कि सुभाष पूनिया राजगढ़ में बस स्टैंड के पास स्थित शेखावटी प्रिंटर्स नामक दुकान से फर्जी डिग्रियां प्रिंट करवाता है।