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श्री कैलाश माखीजा का बच्चो के प्रति अटूट वात्सल्य प्रेम क्यों

श्री कैलाश माखीजा का बच्चो के प्रति अटूट वात्सल्य प्रेम क्यों

मासूम अभाव ग्रस्त बच्चों को त्यौहार नहीं मनाते देखा। दुखी हुआ मन। तो ईश्वरीय प्रेरणा मिली कि इन बच्चों को भी खुशियां प्रदान की जाए। ये बच्चें भी होली दिवाली उमंग भरी मुस्कान के साथ त्यौहार मनाएं। इसी सोच के साथ उपड़ पड़ा बच्चों के प्रति वात्सल्य।

धर्म परायण सत्यनिष्ठ संस्कारशील निष्काम बाल हितेषी बाल संबल प्रभावशाली बिल्डर एवं प्रॉपर्टी डीलर श्री कैलाश राय माखीजा उम्र 63 निवासी राजा पार्क जयपुर

कैलाश माखीजा के पिता श्री त्रिलोकी नाथ माखीजा

अपने दानवीर सर्व कल्याणी पिता श्री त्रिलोकी नाथ माखीजा एवं माता की प्रेरणा से बालकों के हितार्थ कई सेवा प्रकल्प करते है। यह काम वे इसलिए करते हैं ताकि
अभावग्रस्त बालकों के मुख पर सदैव मुस्कान खेलती रहे।

कठपुतली नगर में देखिए कितनी खुशी से कैलाश माखीजा के द्वारा बांटे जा रहे हैं उपहार का इंतजार करते बच्चे

आप द्वारा प्रत्येक रविवार को नियमित रूप से विधानसभा भवन के निकट कठपुतली नगर में लगभग 700 बच्चों को प्रातः 7:30 बजे पौष्टिक नाश्ता करवाया जाता हैं जिसमें नमकीन मीठे बिस्कुट कचौड़ी समोसा आदि होते है।
बच्चे उनका बेसब्री से इंतजार कर रहे होते हैं तो कुछ उनकी गाड़ी आने पर भाग के दौड़ के आते हैं और एक पंक्ति में बैठकर अनुशासन में उपहार ग्रहण करते हैं।
यही नहीं प्रत्येक शनिवार को आप मलिन बस्तियों में 500 बच्चों को पौष्टिक नाश्ता जिसमें बिस्किट समोसा खिलौने, क्रीमरोल, पेस्ट्री, चिप्स आदि वितरित करते हैं और साथ ही पढ़ने से लिखने की सामग्री पेन पेंसिल कॉपियां भी अपने हाथ से सबको वितरित करते हैं।

यह सब क्यों करते हैं इसके पीछे उन्होंने अपना भाव प्रकट करते हुए कहा कि मैं जब 25 साल का था तो वैष्णो देवी मंदिर जाया करता था वहां मैं निर्धन मुंह ताकते हुए बच्चों को पंगत में बैठे हुए देखा और प्रसादी ग्रहण करते हुए देखा वहीं से मेरे मन में बच्चों के प्रति वात्सल्य प्रेम उमड़ उठा।
मैंने सोच विचार किया कि कहते हैं कि बच्चे भगवान का स्वरूप होते हैं सही में मेरी क्या बिसात जो मैं इन भगवान स्वरूपी बच्चों की सेवा कर सकूं।
मैंने देखा कि यह बच्चे न श्राप देते हैं न वरदान देते हैं। ये बिन मांगे बिन कहे बहुत कुछ दे जाते हैं इनको दी गई खुशियों से यदि हमें खुशी मिले तो इससे बढ़कर कोई बात नहीं।

माखीजा जी की सोच है कि कमाया हुआ पैसा धन दौलत जमीन जायदाद सब यहीं धरती पर रह जाएगी।

हमारे साथ सिर्फ हमारे साथ कर्म संस्कार आत्मा के साथ जाएंगे , जिस आधार पर हमारा अगला जन्म निर्धारित होगा।
संपर्क सूत्र : कैलाश माखीजा मो +91 98290 54072

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