नानी बाई रो मायरो: 22 से 24 सितंबर तक आयोजित हुई कथा
नानी बाई रो मायरो: 22 से 24 सितंबर तक आयोजित हुई कथा
प्रसिद्ध कथा वाचक पूज्य प्रिया किशोरी जी ने कहा कथा सुनने से न केवल भगवान प्रसन्न होते है बल्कि स्वयं का होता है कल्याण और आत्म और शरीर का शुद्धिकरण
जयपुर। 2 से 24 सितंबर को जे एल एन मार्ग में स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर में 22 से 24 सितंबर तक तीन दिवसीय “नानी बाई रो मायरो” कथा वाचन हुआ जिसमे प्रसिद्ध कथा वाचक प्रिया किशोरी ने नानी बाई के मायरा की संगीतमय कथा सुनाई ।
कथा वाचन में बड़ी मात्रा में भक्तो का आगमन हुआ, प्रिया किशोरी जी के कथा वाचन को सुन सब भक्ति में लीन नज़र आए।
समाज सेवा गोपाल सोनी कथा वाचन कार्यक्रम के आयोजक रहे।
नानी बाई का मायरा के कथा आयोजन में तीसरे दिन महिलाओं की भीड़ रही। कार्यक्रम में कथा समिति सदस्यों की ओर से कथा वाचक प्रिया किशोरी जी का पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में प्रिया किशोरी जी ने कहा कि जब संसार की गाड़ी बिगड़ती है तो कोई भी व्यक्ति उसे ठीक करने जाता है, लेकिन भक्त की गाड़ी जब बिगड़ती है तो स्वयं प्रभु ही खाती बन आ जाते हैं।
उन्होंने कहा कि कोई भी भक्त अगर सच्चे मन एवं आस्था से भगवान कृष्ण को हाथ जोड़कर अपने जीवन की बागडोर सौंपेगा, तो निश्चित रूप से प्रभु उनकी खराब हुई गाड़ी को चलाने में कोई देर नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि संसार में प्रत्येक प्राणी जीवन को सुख के साथ कष्ट भोगना ही पड़ता है, इससे कभी भी चिंतित होने की जरूरत नहीं है। नरसी जी की जीवनी का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि नरसीजी ने सिर्फ भजनों के माध्यम से द्वारकानाथ से प्रार्थना की थी और वे प्रभु की आराधना से ही आज संसार में जाने जाते हैं। कथा आयोजक गोपाल सोनी ने बताया कि कथा आयोजन में भेंट किए जाने वाले कपड़े गरीब तबके के बच्चों को वितरण किए जाएंगे।