हारे का सहारा तर्ज पर बच्चों को शिक्षा का सहारा दे रहा है सहयोग स्कूल। – ओमप्रकाश
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शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा का सहारा दे रहा है सहयोग स्कूल। – ओमप्रकाश
– 2008 में शुरू किया था मिशन।
मिशन यह था – जो बच्चे शिक्षा से वंचित हैं उन्हें शिक्षा दी जाए।
अब तक हजारों बच्चो का भविष्य सवार चुका है सहयोग स्कूल, यहां बच्चे कर रहे यू पी एस सी की तैयारी….
जयपुर।
जयपुर का सहयोग सीनियर सेकेंडरी स्कूल 2008 से वंचित बच्चो को दे रहा है शिक्षा का सहारा।
*शिक्षा बच्चो का अधिकार है, किसी भी परस्थिति में वो इससे वंचित नही रहने चाहिए – सहयोग संस्थान*
किसी के मां बाप नही तो कोई है गरीबी का शिकार।
ऐसे बच्चे किसी गलत राह पर न चले, इसीलिए यदि उन्हें पढ़ा कर शिक्षित कर दिया जाए तो वे गलत राह पर नही चलेंगे। और शिक्षा एक बच्चे का अधिकार है जो किसी भी वजह से उनसे वंचित नहीं रहनी चाहिए। इसी विचार के साथ सहयोग संस्थान सालो से ये नेकी का काम करता आ रहा है।
सहयोग सीनियर सेकेंडरी स्कूल के फाउंडर ओमप्रकाश बताते है कि हम कोशिश करते है उन लोगो के बच्चो को पढ़ाई का सहारा दे जिनके माता पिता महंगी स्कूल फीस अफोर्ड नहीं कर सकते, हमारे यहां रिक्शा चलाने वालो के बच्चे, घरों में काम करने वाले के बच्चे पढ़ते है। वो आगे कहते है कि हम कोशिश करते है कि उन्हे वो ही शिक्षा मिले, जो बाकी बच्चो को मिलती है। पढ़ाई के साथ साथ हम उन्हें खेल और अन्य गतिविधियों से भी जोड़ते है।
उन्होंने बताया कि अभी उनके स्कूल से दो बच्चियां यू पी एस सी की तैयारी कर रही है। उनके नाम है कल्पना मौर्य और नंदिनी जांगिड़।