विवाह के दूसरे ही दिन करंट से युवक की हो गई मौत खुशियां शोक में बदलीं
नरसिंहपुर/गोटेगांव। दो दिन पूर्व युवक की शादी हुई और घर में खुशी का माहौल था लेकिन अचानक युवक को करंट का झटका लगा और उसकी मौत हो गई। जिसके बाद खुशियां शोक में बदल गईं। दुल्हन को भी समझ में नहीं आ रहा था कि एक दिन पूर्व उसका जिससे विवाह हुआ वह अब इस दुनिया में नहीं है। यह घटना नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव में हुई है। यहां दो दिन पहले जिस युवक की शादी हुई थी और घर में खुशी का माहोल था उस परिवार में एक घटना ने सारी खुशियां शोक में बदल दी। घर में हुए विवाह के बाद कथा कराई गई। कथा के बाद दूल्हा अपने साथी के साथ बिजली सुधार रहा था तो दोनों को करंट लगा जिससे दूल्हे की मौत हो गई। उसका साथी गंभीर है जिसका इलाज चल रहा है।
एक ही परिवार में भाई-बहन का हुआ था विवाह
घटना में बताया जाता है की नगर के कामथ वार्ड निवासी दीक्षित परिवार के घर खुशियों का माहौल चल रहा था। माता पिता चले जाने के बाद एक बहन ज्योति और भाई दीपक दोनों अपना जीवन यापन कर रहे थे। दोनों का विवाह लम्बे समय के बाद गोटेगांव के समीप गोहचर ग्राम के शर्मा परिवार में हुआ था। बहन ज्योति दीक्षित की शादी संदीप शर्मा के साथ सम्पन्न हुई तो वहीं दीपक की शादी संदीप की बहन पूनम के साथ 25 जून को संपन्न हुई। दोनों विवाह एक ही तारीख को संपन्न हुए। दोनों के घरों में खुशियों का माहौल छाया हुआ था। रिश्तेदार खुशियां मना रहे थे। मंगलवार को पूर्ण विधि विधान से कथा पूजन कार्यक्रम हुआ। कथा के बाद नवविवाहित युवक दीपक अपने एक मित्र पंचू केटले के साथ घर में बिजली सुधारने का कार्य कर रहा था। अचानक से युवक को करंट लग गया। दीपक को करंट लगते देख पंचू के द्वारा बचाने का प्रयास किया गया जिसमें वह भी झुलस गया। नवविवाहित युवक दीपक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि पंचू करंट से जख्मी हो गया जिसका इलाज जारी है।
कपड़ा दुकान में करता था कार्य
कामथ वार्ड निवासी स्व. राजेंद्र दीक्षित कल्लू महाराज के बेटे दीपक दीक्षित उर्फ दिप्पू उम्र 25 वर्ष अपनी बहन ज्योति के साथ रहता था। जो नगर की कपड़ा दुकान में काम कर जीवन यापन करता था । बीते 25 जून को उसकी और बहन की शादी हुई थी। 27 जून की दोपहर वह अपने नवविवाहिता पत्नी के साथ कथा के बाद घर की लाइट सुधारने लगा और अचानक विद्युत करंट की चपेट में आ गया। शोर सुनकर परिजन उसके कमरे के पास पहुंचे और काफी प्रयास के बाद दीपक को कमरे से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। मौत की जानकारी होते ही परिजनों में शोक छा गया।