बैरागढ़ में घोषणा के बाद भी नहीं बनी चौपाटी अब प्रेमपुरा में बनाने की घोषणा
संत हिरदाराम नगर। बैरागढ़ के सीहोर नाका स्थित झूलेलाल विसर्जन घाट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से यहां मुंबई चौपाटी की तरह चौपाटी बनाने के प्रस्ताव पर पांच साल बाद भी अमल नहीं हो सका है। हाल ही में महापौर मालती राय ने प्रेमपुरा घाट पर चौपाटी बनाने की घोषणा की है।
बैरागढ़ के विभिन्न इलाकों में सड़क किनारे ही खानपान के ठेले एवं स्टाल लगे हैं। सड़क पर कब्जा होने के कारण सड़कें संकरी नजर आती हैं वहीं कई बार विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है। नगर निगम की पिछली परिषद ने निर्णय लिया था किइस समस्या का हल निकालने के लिए चाट पकौड़ी एवं खानपान के सभी स्टाल सीहोर नाका क्षेत्र में शिफ्ट किए जाएंगे। इस निर्णय से जहां फुटकर व्यवसाइयों की स्थाई बसाहट हो जाती वहीं चौपाटी बनने से घाट के आसपास का क्षेत्र पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकता था। यहां नगर निगम ने एक पार्क भी विकसित किया है। यहां चौपाटी बनने से पार्क में आने वालों की संख्या भी बढ़ सकती है।
प्रेमपुरा से पहले यहां बनना चाहिए
हाल ही में महापौर मालती राय ने प्रेमपुरा में चौपाटी बनाने एवं सुंदरीकरण कार्य का भूमिपूजन किया। नागरिकों का कहना है किप्रेमपुरा में भले ही चौपाटी बनाई जाए लेकिन बैरागढ़ की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए। सिंधु समाज के महासचिव भरत आसवानी का कहना है किविसर्जन घाट के आसपास काफी जगह खाली है। यहां चौपाटी बनाने से क्षेत्र का समुचित विकास भी होगा। लोगों की आवाजाही बढ़ेगी। लोगों को पर्यटन स्थल की सौगात मिलेगी। विसर्जन घाट पर गणेश एवं दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान ही चहल पहल रहती है। यदि चौपाटी बनती है तो यहां सामान्य दिनों में भी चहल पहल रहेगी। पार्षद अशोक मारण का कहना है किइस संबंध में महापौर एवं नगर निगम आयुक्त से चर्चा की जाएगी। क्षेत्र के विकास के लिए पूर्व में बनी योजना पर अमल होना चाहिए।