विशेष
चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे है न्यू एडवांसमेंट्स। जयपुर में होता है असाध्य और कठिन रोगों का आधुनिकतम और नव सृजित तकनीकों से इलाज ।
मध्यप्रदेश

बीमा मिलान नहीं होने से अटके साढ़े पांच सौ वाहनों के रजिस्ट्रेशन

इंदौर। परिवहन विभाग में विगत छह माह से साढ़े पांच सौ फाइलें रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण लंबित हैं। वाहन स्वामी शोरूम से लेकर परिवहन विभाग के चक्कर लगाकर हार चुके हैं। उनके वाहनों का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। परेशान आवेदक सीएम हेल्पलाइन पर शिकायतें दर्ज करा रहे हैं। बढ़ती शिकायतों की पड़ताल में सामने आया कि बीमा अपडेट नहीं होने के कारण फाइल आगे नहीं बढ़ पा रही है। परिवहन विभाग ने बीमा कंपनियों को पत्र लिखकर बीमा अपडेट करने के निर्देश दिए हैं।

जिले में बिना रजिस्ट्रेशन के साढ़े पांच सौ वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। इनके नंबर तो जारी कर दिए गए, लेकिन परिवहन विभाग में पंजीकृत नहीं हो पाए। वाहनों का बीमा पोर्टल पर मैच नहीं होने से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया अटकी हुई है। बीमा कंपनी और शोरूम की लापरवाही के कारण वाहन स्वामी परेशान हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अगस्त 2022 से वाहन पोर्टल-4 पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हुई थी। तब से ही रजिस्ट्रेशन अटके हुए हैं। इसमें दोपहिया, चारपहिया से लेकर अन्य वाहन शामिल हैं।

शोरूम संचालक को पूरी करनी होती है प्रक्रिया

खरीदार को वाहन सौंपने से पहले ही शोरूम संचालक को वाहन के रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रक्रिया करनी होती है। इसके बाद ही वाहन ग्राहक को सौंपा जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि शोरूम संचालक वाहन ज्यादा बेचने की जल्दबाजी में बिना कागजी कार्रवाई किए वाहन ग्राहक काे सौंप देते हैं। बाद में गड़बड़ी होने पर वाहन स्वामी परेशान होते रहते हैं।

सरकारी बीमा कंपनी के प्रकरण ज्यादा

परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वाहनों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बीमे के कारण अटकी हुई है। इसमें अधिकांश बीमा सरकारी कंपनी से कराए गए हैं, जो मैच नहीं हो रहे। बीमा कंपनी से भी कई बार संपर्क किया गया। फिर भी अपडेट नहीं हुए हैं। वाहन स्वामियों से भी बीमा कंपनी से बीमा अपडेट करने को कहा गया है।

बीमा कंपनी को लिखा पत्र

वाहन पोर्टल पर बीमा अपलोड नहीं होने से पांच सौ से ज्यादा वाहनों के रजिस्ट्रेशन अटके हुए हैं। बीमा कंपनी से बीमा अपलोड करने के लिए पत्र लिखे गए हैं। वाहन स्वामियों को भी बीमा अपलोड कराने के लिए कहा गया है ताकि जल्दी रजिस्ट्रेशन हो सके। -प्रदीप कुमार शर्मा, आरटीओ

Related Articles

Back to top button