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गुप्त नवरात्रि में करें ये आसान उपाय

सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व माना गया है। एक वर्ष में चार बार नवरात्रि आती है। चैत्र और शारदीय नवरात्रि का बड़ा माना गया है। वहीं दो नवरात्रि को गुप्त रूप से जाना जाता है। यह दोनों नवरात्रि माघ और आषाढ़ महीने में आती हैं। गुप्त नवरात्रि का संबंध तंत्र विद्या से होता है। ज्योतिष गणना के अनुसार इस बार गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 19 जून से हो चुकी है। वहीं, इसका समापन 28 जून को होगा। धर्म शास्त्रों के अनुसार गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के नौं रूपों की पूजा और आराधना करने से सभी मनोकामना पूरी होती है। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें करने से समस्त समस्याओं से छुटकारा मिलता है और देवी की कृपा से सभी मनोकामना पूरी होती हैं।

गुप्त नवरात्रि में करें ये खास उपाय

1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा को पूजा में लाल पुष्प चढ़ाने से मां प्रसन्न होती है। सच्ची श्रद्धा से पूरे 9 दिन नियमित लाल पुष्ण चढ़ाने से आपकी हर मनोकामना पूरी होती है।

2. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवरात्रि में मां दुर्गा को लाल पुष्प के साथ श्रृंगार का सामान अर्पित करने से मां से सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

3. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नवरात्रि के 9 दिन घर में लौंग और कपूर से आरती करना चाहिए। इस उपाय को करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती है।

4. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुप्त नवरात्रि में सरसों के तेल से दीपक प्रज्जवलित कर मां दुर्गा के मंत्र ‘ॐ दुं दुर्गायै नमः’ का जाप करना चाहिए। इससे मां जल्द खुश होती हैं और भक्तों को आशीर्वाद देती हैं।

5.ज्योतिषियों के अनुसार गुप्त नवरात्रि के नवमी के दिन नौ कन्याओं को मखाने की खीर खिलाएं और दक्षिणा देकर पैर छूएं। इससे करियर में सफलता मिलती है।

6. वैदिक ज्योतिष के अनुसार गुप्त नवरात्रि में 9 गोमती चक्र को लेकर उन्हें घर के मंदिर में मां दुर्गा के सामने रख दें। नवरात्रि के अंतिम दिन इसे लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख लें। इससे धन लाभ होता है।

डिसक्लेमर

इस लेख में दी गई जानकारी/ सामग्री/ गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ धार्मिक मान्यताओं/ धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें।

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