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सावन के पहले सोमवार पर जरूर करें बेलपत्र से जुड़े ये उपाय पूरी होगी हर मनोकामना

सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस महीने शिव भक्त भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए तरह-तरह के कार्य करते हैं। वहीं सावन का पहला सोमवार कल यानी 10 जुलाई को मनाया जाने वाला है। ऐसे में यदि कुछ उपाय कर लिए जाए तो दोगुना फल मिलता है। अगर महादेव प्रसन्न हो जाएं तो वे भक्तों की हर मनोकामना पूरी कर देते हैं। शिवजी को बेलपत्र बेहद प्रिय है। धर्म शास्त्रों में शिव जी को प्रसन्न करने के लिए बेलपत्र के कुछ टोटके बताए गए हैं। बेलपत्र के इन उपायों को करने से भगवान शिव प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं। आइए जानते हैं कि बेलपत्र के वो खास उपाय कौन से हैं।

मनोकामना पूर्ति के लिए

बेलपत्र की 3 पत्तियों को 1 पत्ता माना जाता है। कहा जाता है कि यदि पूरे भक्ति भाव से बेलपत्र की सूखी पत्ती भी भगवान शिव को अर्पित की जाए तो वे प्रसन्न होते हैं। शिव जी की कृपा से व्यक्ति का जीवन खुशहाल बना रहता है।

धन लाभ के लिए

यदि आपकी आर्थिक स्थिति सही नहीं है या फिर पैसा नहीं टिकता है तो सावन के महीने में बेलपत्र का ये उपाय कर सकते हैं। इसके लिए सावन के 5 सोमवार को आप शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाएं और उन बेलपत्र को पर्स या फिर अपने धन के स्थान पर रख दें। इससे आपको आर्थिक तंगी नहीं होगी। घर में हमेशा बरकत बनी रहेगी।

संतान प्राप्ति के लिए

यदि दंपत्ति संतानहीनता से परेशान हैं तो वे सावन महीने में संतान सुख की प्राप्ति के लिए बेलपत्र का उपाय जरूर करें। इसके लिए अपनी उम्र के बराबर संख्या में बेलपत्र लें। साथ ही थोड़ा कच्चा दूध लें। फिर एक-एक बेलपत्र को दूध में डुबोकर शिवलिंग पर चढ़ाएं और ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करते रहें। बेलपत्र को चिकनी तरफ से शिवलिंग पर चढ़ाएं। कम से कम 7 सोमवार इस उपाय को करने से लाभ मिलता है।

शीघ्र विवाह के लिए

शीघ्र विवाह के लिए आप सावन सोमवार से उपाय आरंभ कर सकते हैं। कम से कम 5 सोमवार ये उपाय करें। सावन सोमवार को शिवलिंग पर 108 बेलपत्र चढ़ाएं। बेलपत्र चढ़ाते समय ओम नमः शिवाय मंत्र का उच्चारण करते रहें। साथ ही माता पार्वती की भी पूजा करें। इससे आपके विवाह के शीघ्र योग बनेंगे।

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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