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इन तीन राशियों से प्रसन्न रहते हैं भगवान गणेश हर लेते सभी विघ्न

भगवान श्री गणेश सनातन धर्म में प्रथम पूजनीय है। श्री गणेश अपने भक्तों के सभी विघ्न को पलभर में हर लेते हैं। गणेश भगवान सुख-समृद्धि और शुभता के देवता है। उनकी पूजा किए बिना किसी भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं करना चाहिए। यदि आप चाहते हैं कि आपके सभी कार्य मंगलमय सफल हो जाए तो सबसे पहले गणेश पूजन कराएं। गणेश भगवान वैसे तो अपने हर भक्त पर कृपा बनाए रखते हैं, लेकिन तीन राशियां ऐसी भी हैं, जो उन्हें अतिप्रिय हैं। आइए जानते हैं इन राशियों के बारे में

मेष राशि

भगवान श्री गणेश को मेष राशि अति प्रिय है। इस राशि के जातक के जीवन में गणेश जी की कृपा बनी रहती है। मेष राशि के जातक गणेश जी की कृपा से बुद्धिमान होते हैं। उनके किसी भी कार्य में बाधा नहीं आती है। कठिन से भी कठिन समय में धैर्य बनाए रखते हैं। ज्ञानी होने की वजह से हर मुश्किल का सामना कर लेते हैं। शुभ फल प्राप्ति के लिए मेष राशि वालों को हर बुधवार को गणेश वंदना करें और पूजा में दूर्वा की 21 गांठ अर्पित करना चाहिए। गणेश जी के मंत्रों का जाप भी लाभकारी रहेगा।

मिथुन राशि

भगवान श्री गणेश मिथुन राशि के स्वामी हैं। गणेश जी के कृपा से इस राशि के जातक वाले करिअर में सफलता प्राप्त करते हैं। बिजनेस और शिक्षा दोनों में कामयाबी मिलती है। इनका व्यक्तित्व बहुत प्रभावशाली होता है। ये लोग आसानी से किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं। यदि मिथुन राशि के जातक चाहते हैं कि गणपति बप्पा का आशीर्वाद हमेशा बना रहे तो इसके लिए बुधवार को गणेश जी की पूजा करें। उनको गेंदे के फूल या उसकी माला अर्पित करें। बेसन के लड्डू का भोग लगाएं।

भगवान श्री गणेश की तीसरी प्रिय राशि मकर है। इस राशि जातक मेहनती होने के साथ ईमानदारी से अपना काम करते हैं। दूसरों से छल नहीं करते हैं। गणेश जी की कृपा से इस राशि के जातक एक बार किसी काम को हाथ में लेते हैं तो फिर उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। हार मान लेना इनकी प्रवृत्ति नहीं है। अपने इन विशेषताओं के कारण वे करिअर में बड़ी सफलता प्राप्त करते हैं। इनकी यश और कीर्ति बढ़ती है। इस राशि के जातकों को बुधवार के दिन गणेश मंदिर में जाकर दर्शन करना चाहिए। बप्पा के समक्ष गणेश चालीसा का पाठ करें।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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