बिना किसी डर के गुफा में पूजा कर सकते है यात्री: अमरनाथ गुफा तक 60 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती
जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम से एक जुलाई से शुरू होने वाली 62 दिवसीय अमरनाथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए लखनपुर से अमरनाथ गुफा तक 60 हजार से अधिक अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एक जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं तथा सुरक्षा बलों की तैनाती 20 जून से हो सकती है।
उन्होंने कहा कि यात्रा अवधि के दौरान सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), सीमा सुरक्षा बल (BSF), विशेष सुरक्षा बल (SSF), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की कंपनियों के अलावा अधिकतर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 60 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी भी शामिल होंगे। एक अधिकारी ने कहा, हर वर्ष सुरक्षा हमेशा एक चुनौती होती है क्योंकि यात्रा के सुचारु संचालन को राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा बाधित करने के प्रयासों से इंकार नहीं किया जा सकता है, लेकिन हमारे सुरक्षा बल किसी भी स्थिति को संभालने में सक्षम हैं।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष लखनपुर से अमनाथ गुफा तक 60 हजार से अधिक सैनिकों को तैनात किया जा रहा है।सीआरपीएफ की अतिरिक्त कंपनियों के इस सप्ताह तक आने की उम्मीद है और 20 जून से राजमार्ग और गुफा की ओर जाने वाले बालटाल और पहलगाम मार्गों पर तैनाती की जाएगी। उन्होंने कहा कि नियमित तैनाती के अलावा, स्नाइपर और शार्प शूटर भी कई स्थानों पर तैनात किए जाएंगे, जबकि अमरनाथ यात्रा के काफिले को तकनीकी उपकरणों के साथ सुरक्षाकर्मियों सुरक्षा प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले वर्ष स्टिकी बम विस्फोट, ड्रोन के जरिए हथियारों की तस्करी और अन्य घटनाओं की सूचना मिली थी, इसलिए सुरक्षा एक चुनौती बनी हुई है लेकिन हम तीर्थयात्रियों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं और वे बिना किसी डर के गुफा में पूजा करने के लिए यात्रा के लिए आ सकते हैं।” उन्होंने कहा कि सीमा पार से की जाने वाली किसी भी गतिविधि को विफल करने के लिए न केवल भीतरी इलाकों में, बल्कि नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी सुरक्षा बढ़ाकर और कड़ी कर दी गई है। इस बीच प्रशासन ने जम्मू शहर के प्रमुख स्थानों पर पांच तत्काल पंजीकरण काउंटर स्थापित किए हैं।
तीर्थयात्रियों के तत्काल पंजीकरण के लिए वैष्णवी धाम, महाजन सभा, पंचायत घर में पांच और साधुओं के पंजीकरण के लिए गीता भवन और राम मंदिर में दो काउंटर बनाए गए हैं। यात्रा के लिए इस सप्ताह से ऑनलाइन हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग भी शुरू हो जाएगी। बालटाल, पहलगाम और श्रीनगर मार्गों के लिए बुकिंग इसी सप्ताह शुरू होगी और इस वर्ष 4 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। प्रशासन ने पर्यटन को बढ़ावा देने और जम्मू-कश्मीर में अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए तीर्थयात्रियों के लिए ‘जम्मू दर्शन’ की भी योजना बनाई है।अब तक करीब तीन लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।