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मध्यप्रदेश

विदेशी बाजारों के असर से स्थानीय बाजार में सस्ता होगा तेल

इंदौर। मलेशियाई पाम तेल वायदा बाजार में सप्ताह की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। सोमवार को वायदा बाजार नरम हो गया। बाजार जून की शुरुआत में निर्यात में गिरावट से प्रभावित था।पाम तेल बोर्ड ने रिपोर्ट दी थी कि आपूर्ति बढ़ने से आगे और गिरावट आ सकती है। आज बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज पर अगस्त डिलीवरी के लिए बेंचमार्क पॉम ऑयल कॉन्ट्रैक्ट दोपहर के ब्रेक तक 30 रिंगिट या 0.89 प्रतिशत फिसलकर 3,337 रिंगिट ($ 722.92) प्रति मीट्रिक टन हो गया।

स्वतंत्र निरीक्षकों ने शनिवार को रिपोर्ट दी थी कि 1-10 जून के लिए मलेशियाई ताड़ के तेल उत्पादों का निर्यात मई के मुकाबले 17.6 प्रतिशत गिर गया। शिपमेंट में भी सीधे तौर पर 16.7 की गिरावट देखी जा रही है। मलेशियन पॉम ऑयल बोर्ड (एमपीओबी) के मिडडे ब्रेक के दौरान जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, मई के अंत में मलेशिया का पाम तेल भंडार चार महीनों में पहली बार अप्रैल से 12.63% बढ़कर 1.69 मिलियन मीट्रिक टन हो गया।एमपीओबी ने कहा कि उत्पादन 26.8% बढ़कर 1.52 मिलियन मीट्रिक टन हो गया, लेकिन निर्यात 0.78% घटकर 1.08 मिलियन टन रह गया।

दूसरी ओर अन्य विदेशी बाजारों पर नजर डाले तो डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल अनुबंध 1.2% चढ़ा, जबकि इसका पाम तेल अनुबंध 0.6% बढ़ा। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोया तेल की कीमतें 1.1% नीचे थी।ताड़ का तेल संबंधित तेलों में कीमतों के उतार-चढ़ाव से प्रभावित होता है क्योंकि वे वैश्विक वनस्पति तेलों के बाजार में हिस्सेदारी के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। ऐसे में इस सप्ताह की शुरुआत भारतीय बाजारों में भी तेल के कारोबार में मंदी के साथ होती दिख रही है। सोमवार शाम तक भारतीय बाजारों में सोया तेल और पाम तेल के दाम नरम पड़ने की उम्मीद है।

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