“तंबाकू सिर्फ एक आदत नहीं, कैंसर की शुरुआत है” — वरिष्ठ ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. अरुण राय की चेतावनी

“तंबाकू सिर्फ एक आदत नहीं, कैंसर की शुरुआत है” — वरिष्ठ ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. अरुण राय की चेतावनी
जयपुर। एसएमएस मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. अरुण राय ने तंबाकू चबाने की आदत को एक खतरनाक सामाजिक पैशन करार देते हुए कहा है कि लोग इसे शौक और आदत के रूप में अपनाते हैं, न कि एक स्वास्थ्य खतरे के रूप में। उन्होंने बताया कि कई लोग तंबाकू का सेवन सिर्फ नशे और आनंद के लिए करते हैं, यहां तक कि दूसरों को भी इसे ‘ऑफर’ करना सामान्य मानते हैं, जबकि इसके दुष्परिणाम बेहद गंभीर और जीवन को संकट में डालने वाले हो सकते हैं।
“इलाज संभव है, लेकिन आसान नहीं”
डॉ. राय ने कहा कि लोग अक्सर यह सोचते हैं कि यदि तंबाकू से कोई नुकसान होगा तो बाद में इलाज करवा लेंगे, लेकिन यह सोच खतरनाक भ्रम है।
> “एक बार जब तंबाकू शरीर में प्रभाव डालना शुरू करता है, तो उसके दुष्प्रभावों को रोकना और इलाज करना बेहद कठिन हो जाता है, खासकर तब जब बात कैंसर की हो।”
तंबाकू से जुड़ी गंभीर बीमारियाँ
डॉ. राय ने स्पष्ट किया कि तंबाकू के सेवन से मुँह, गले, जीभ और गालों के अंदर कई प्रकार के प्री-कैंसरस और कैंसरस बदलाव शुरू हो सकते हैं। उन्होंने कुछ चेतावनी देने वाले लक्षणों की ओर विशेष ध्यान दिलाया:
छाले या घाव जो 15 दिनों से ज्यादा समय तक ठीक न हों,
मुंह का कम खुलना,
मुंह में जलन, खिंचाव या कठोरता महसूस होना,
यह स्थिति ओरल सबम्यूकस फाइब्रोसिस (Oral Submucous Fibrosis) कहलाती है, जो कैंसर की ओर बढ़ने वाली एक गंभीर अवस्था हो सकती है।
> “अगर समय रहते जांच नहीं कराई गई, तो सामान्य से दिखने वाले ये लक्षण कैंसर में बदल सकते हैं।”
तंबाकू छोड़े, विशेषज्ञ से संपर्क करने में न करें देरी
डॉ. अरुण राय ने कहा कि चाहे आप अनजाने में या साथियों के प्रभाव में आकर तंबाकू सेवन की आदत डाल चुके हों, लेकिन इससे बाहर निकलने में कोई देर न करें। उन्होंने सलाह दी कि जो व्यक्ति तंबाकू का सेवन करते हैं, उन्हें नियमित ईएनटी विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए, ताकि संभावित खतरों का समय रहते निदान हो सके।
> “तंबाकू छोड़ना कठिन नहीं, लेकिन टालना जानलेवा हो सकता है। हर दिन देरी आपके जीवन से दिन कम कर सकता है।”
संपर्क:, डॉ. अरुण राय, वरिष्ठ ईएनटी विशेषज्ञ, एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जयपुर 98292 25812