बच्चों में ई सिगरेट की पड़ रही लत। छुड़ाने के प्रयास किए जाने जरूरी: दीपा मलिक
बच्चों में ई-सिगरेट की लत को दिया जा रहा है बढ़ावा इसके लिए वैपिंग डिवाइस ला रही हैं कंपनियां
स्ट्रॉबेरी जैसे फ्लेवर में
नई दिल्ली | नशे के लिए उपयोग की जाने वाली वैपिंग डिवाइस को स्ट्रॉबेरी से लेकर बबल गम तक को फ्लेवर में कुछ कंपनीज द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि बच्चों व युवाओं में इनको लोकप्रिय और आदि बनाया जा सके। युवाओं के बहुत बड़े बाजार को टारगेट बनाकर यह खेल खेला जा रहा है।
उधर, यूनाइटेड फ्रंट ‘मदर्स अगेंस्ट वैपिंग’ ने निर्मला सीतारमण व स्मृति ईरानी समेत महिला सांसदों को पत्र लिखकर वैपिंग कंपनियों के इस कदम के खिलाफ मुहिम में शामिल होने और संसद में इस मुद्दे को उठाने का आग्रह किया है।
युवाओं को वैपिंग जैसे नशे से बचाने के लिए बनाए गए इस फ्रंट का कहना है कि ई-सिगरेट व वैपिंग डिवाइस पर प्रतिबंध के बावजूद बच्चों व युवाओं के बीच ऐसे डिवाइस का प्रचार और बच्चो में इसका बढ़ता उपयोग चिंताजनक है। चौंकाने की बात है कि कई स्कूली बच्चों के पास ई-सिगरेट मिल रही है। और तो और 6-7 साल के बच्चों को भी यह आदत गिरफ्त में ले रही है। इस मुद्दे पर पद्मश्री डॉ. दीपा मलिक ने कहा कि महिला सांसदों को बच्चों व अगली पीढ़ी के स्वास्थ्य की खातिर माताओं से जुड़े प्रासंगिक मुद्दे उठाने चाहिए।