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नर्सिंग क्षेत्र को नई दिशा दे रही है राजस्थान नर्सिंग कौंसिल जयपुर। मुख्यमंत्री ने नर्सेज के योगदान की सराहना करते हुए उनके कार्य को पुण्य कार्य बताया

नर्सिंग क्षेत्र को नई दिशा दे रही है राजस्थान नर्सिंग कौंसिल जयपुर

द्वितीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन

“नर्सिंग स्टाफ़ से मेरा क़रीबी रिश्ता” – मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल की भावना प्रगट करते हुए कहा कि मुझे पता ही नहीं चला कि कब नर्सिंग समुदाय से मेरा लगाव हो गया करीबी रिश्ता हो गया। जिसकी वजह मैं यह मानता हूं कि जिस प्रकार से नर्स दिल से मेहनत करते हैं और रोगियों की सेवा करते हैं, यह हर कोई नहीं कर सकता जो कार्य रोगी के बेटा बेटी परिजन नहीं कर पाते वह कार्य नर्स कर दिखाते हैं। मैं उनकी सेवा कार्य को पुण्य कार्य मानता हूं और उनको नमन करता हूं।

जयपुर 29 सितंबर। राजस्थान नर्सिंग काउंसिल के तत्वाधान में बिरला सभागार में राजस्थान में नर्सिंग अनुसंधान के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए द्वितीय नेशनल नर्सिंग कांफ्रेंस का उद्घाटन शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा की अध्यक्षता में किया।
मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
राजस्थान नर्सिंग काउंसिल के लोकप्रिय रजिस्ट्रार डॉ. शशि कांत शर्मा ने बुके भेंटकर एवं साफा पहनाकर मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों का अभिनंदन किया ।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने उद्बोधन में कोरोना काल में नर्सेज द्वारा किए गए अभूतपूर्व कार्यों को सराहा एवं बताया कि सरकार द्वारा चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर मूर्त रूप देने के लिए नर्सेज का अहम योगदान रहता है। जो प्रशंसनीय है और नर्सेज द्वारा आयोजित कराए जाने वाले रक्तदान शिविरों में जो उल्लास रहता है उसकी सराहना की। साथ ही कहा कि पता ही नहीं लगा कि कैसे इनसे मेरा लगाव बढ़ गया। यह लगाव की वजह नर्स द्वारा जो मेहनत की जाती है और रोगियों की सेवा की जाती है उससे मैं द्रवित हो जाता हूं।

उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने प्रदेश में नर्सिंग शिक्षा को बढ़ावा देने एवं नर्सिंग सेवाओं के स्तर को बढ़ाने के लिए राज्य के प्रत्येक जिले में राजकीय नर्सिंग कॉलेजों की स्थापना की गई है।
नर्सिंग कर्मियों की मांग के विषय पर उन्होंने नर्सिंग संवर्ग को उनकी सभी माँगो पर सकारात्मक रुख से दिखाने के लिए कहा।

उन्होंने राजस्थान नर्सिंग काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ शशिकांत शर्मा के कार्यों की सराहना की।
राजस्थान नर्सिंग कॉसिल के रजिस्ट्रार डा शशिकांत शर्मा ने बताया कि यह कान्फ्रेस एविडेंस बेस्ड प्रैक्टिस पर कार्य योजना की थीम पर सम्पन्न हुई जिसमें राजस्थान समेत अन्य राज्यों से भी नर्सेज ने भाग लिया। करीब 1700 प्रतिभागियों ने भाग लिया। चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राजस्थान प्रदेश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में आर टी एच लागू कर देश में स्टेट मॉडल के रूप में पहला राज्य बना। जिसकी राज्य की जनता ने बहुत तारीफ की और सरकार की चिरंजीवी योजना को संजीवनी बताया।

चिकित्सा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभा सिंह ने नर्सिंग कौंसिल को ई काउंसिल बनाकर समय पर एवं सुचारू रूप से परीक्षाएं कराने एवं हज़ारों नर्सिंग छात्रों के पंजीयन त्वरित गति से करा कर नये आयाम स्थापित करने के लिए नर्सिंग कौंसिल को और डॉ शशि कांत को शुभकामनाएं प्रेषित की।
जन स्वास्थ्य निदेशक एवं राजस्थान नर्सिंग कॉन्सिल के पदेन अध्यक्ष डॉ रवि प्रकाश माथुर ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से चिकित्सा शिक्षा एव चिकित्सा के क्षेत्र में वर्तमान में प्रचलित विश्वस्तरीय तकनीक की नर्सेज को जानकारी मिलती हैं जिससे अस्पतालों में दी जानें बाली चिकित्सा सेवाओ की गुणवत्ता मैं उत्कृष्टता आती है।

स्मारिका का विमोचन करते मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री और और विशिष्ट गणमान्य

रजिस्ट्रार डॉ शर्मा ने बताया कि इस अवसर पर कौंसिल द्वारा जारी स्मारिका का विमोचन मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों के द्वारा किया गया। शर्मा ने बताया कि कॉन्फ्रेन्स में पाँच सैशन आयोजित हुए इन सभी में अनुभव, ज्ञान और नर्सिंग क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी का आदान प्रदान किया गया।
इस राष्ट्रीय कांफ्रेंस के प्रथम सेशन में डॉ जुडित एंजेलिटा प्रोफैसर एंड डीन मणिपाल कॉलेज ऑफ नर्सिंग मणिपाल,
द्वितीय सेशन में डेजी थॉमस पूर्व रजिस्ट्रार दिल्ली नर्सिग काउंसिल,
तृतीय सेशन में अमनदीप कौर अमृतसर पंजाब,
चतुर्थ सेशन में सुजा बेबी, प्रिंसिपल सीएसआई कॉलेज ऑफ नर्सिंग केरला एवम डॉ कमलेश शर्मा प्रिंसिपल एआईआईएमएस भटिंडा ने व्याख्यान दिया। इस नेशनल कांफ्रेस के विशिष्ठ अतिथियों मे इण्डियन नर्सिंग कॉसिल के वाइस प्रेसिडेंट डॉ जोगेंद्र शर्मा, पंजाब नर्सिंग कौंसिल के रजिस्ट्रार डॉ पुनीत गिरधर, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्विद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ श्रीमान सिंह मुद्गल रहे। इस कॉन्फ्रेंस में नर्सिंग नेता नरेन्द्र सिंह शेखावत, पुरुषोत्तम कुम्भज, मिथलेश टांक, ओमप्रकाश स्वामी समेत सैंकड़ों नर्सिंग कार्मिकों ने भाग लिया।
कॉन्फ्रेंस में आए सभी नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थी और फैकल्टी ने कॉन्फ्रेंस के आयोजन की तारीफ की और उन्होंने मांग की इस प्रकार के आयोजन साल में दो बार किए जाने चाहिए।

बिरला सभागार में कांफ्रेंस के अवसर पर राजस्थान की संस्कृति को नृत्य द्वारा प्रदर्शित किया
राजस्थान नर्सिंग काउंसिल से पंजीकृत नर्सेज को अपने परिवार का सदस्य मानते हुए उनसे दिल से जुड़ने के लिए सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया

कॉन्फ्रेंस के आयोजन अवसर पर नर्सेज ने राजस्थान की कला संस्कृति को नृत्य द्वारा प्रदर्शन भी किया।

कॉन्फ्रेंस का आयोजन इतना अच्छा था कि ऑडिटोरियम की लगभग सारी सीट पूरे कार्यक्रम के दौरान फुल थी

बिरला ऑडिटोरियम का सभागार नर्सज से खचाखच भरा हुआ था इस प्रकार की कॉन्फ्रेंस बहुत कम देखने को मिलती है।
कॉन्फ्रेंस में सभी नर्सेज को प्रमाण पत्र साथ में एक फोल्डर प्रदान किया गया और फैकल्टी को प्रमाण पत्र के साथ एक हैंडबैग भी उपहार के रूप में भी दिया गया।

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