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सांगानेर विधान सभा क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं के समाधान के मामले में वर्तमान कांग्रेस सरकार नाकारा साबित हुई : राधेश्याम उपाध्याय

जयपुर

सांगानेर विधानसभा की समस्याओं और विकास की संभावनाओं पर एक चर्चा की राधेश्याम उपाध्याय से।

राधेश्याम उपाध्याय
पुत्र स्वर्गीय श्री आसाराम उपाध्याय

शिक्षा : स्नातकोत्तर राजनीति शास्त्र

व्यवसाय : व्यापार

निवासी : सूर्य नगर, वार्ड-78, रिद्दी-सिद्दी के पास, गोपालपुरा रोड, जयपुर।

न्म दिनांक 2 जुलाई 1970

आप सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के समाजसेवी है। आपने बताया कि इस विधानसभा में लगभग 330000 मतदाता है और 39 वार्ड है।

उन्होंने वर्तमान कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सांगानेर विधान सभा क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं के समाधान के मामले में वर्तमान कांग्रेस सरकार नाकारा साबित हुई है।

जिसमें मुख्य रूप से यातायात की गंभीर समस्या है।
यहां मौजूद सरकारी सेटेलाइट हॉस्पिटल के विकास के बारे में वर्तमान सरकार ने कुछ नहीं किया। यहां की जनता के लिए यह काफी छोटा पड़ता है। इस क्षेत्र में सरकारी उच्च शिक्षण संस्थान की भी कमी है।
आज सांगानेर को रंगाई छपाई व्यवसाय ने अंतरराष्ट्रीय पहचान दी हुई है इसके विकास पर वर्तमान सरकार ने कुछ ध्यान नहीं दिया।
यह रंगाई छपाई का व्यवसाय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के रास्ते खोलता है।
इस विधानसभा का दूसरा सटा हुआ क्षेत्र है सांगानेर रेलवे स्टेशन मुहाना मंडी रोड यहां सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। यहां के निवासियों को जलदाय विभाग से पानी के कनेक्शन की माकूल व्यवस्था तक नहीं है। सीवरेज लाइन नहीं है।
बरसाती पानी आदि के निकास की व्यवस्था नहीं है। वर्तमान सरकार के पूरे कार्यकाल में सड़कों का निर्माण नहीं हुआ है।
इसी के साथ जुड़ा हुआ श्योपुर प्रताप नगर क्षेत्र में व्यवसाय बहुत है यहां असामाजिक तत्व व अपराधी सक्रिय हो गए हैं। उन पर कोई अंकुश नहीं है। कानून व्यवस्था ठप है।
हाल ही इस क्षेत्र में मुस्लिम छात्रों के छात्रावास की सुविधा के लिए राजस्थान हाउसिंग बोर्ड ने भूखंड आवंटित किया है। जबकि इसकी कोई आवश्यकता महसूस नहीं हो रही थी।
यह क्षेत्र हिंदू जाति क्षेत्र है मुस्लिम जनसंख्या यहां न के बराबर है। मुस्लिम समुदाय स्वयं कहता है कि हमें इसकी आवश्यकता नहीं थी।
यह फैसला सरकारी जमीन का दुरुपयोग दर्शाता है। इस जमीन पर उच्च शिक्षण संस्थान खोला जा सकता है। जिससे सभी जाति के लोग लाभान्वित हो सकते हैं।
इसके बाद इसी विधानसभा क्षेत्र मानसरोवर का जिक्र करें तो मानसरोवर एशिया की सबसे बड़ी कॉलोनी है जिस टाइम पर इसकी स्थापना की गई थी जो सीवर लाइन डाली गई थी आज की आबादी के लिए 20% भी पर्याप्त नहीं है। सरकार ने पूरे कार्यकाल में इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। आए दिन सीवर लाइन जाम हो जाती है। दूसरी तरफ यहां के प्रसिद्ध मध्यम मार्ग जो कावेरी पथ से एसएफएस तक जाता है इस मार्ग पर स्थानीय निवासी ही व्यापार करते हैं और अपना रोजी-रोटी का साधन बना रखा है। सरकार ने कोई नियमिकरण नहीं किया। व्यापारियों को कई बार नोटिस दिए जाकर हरासमेंट किया जा चुका है। इस क्षेत्र में एक भी बड़ा सरकारी अस्पताल और राजकीय महाविद्यालय नहीं है।
इसके आगे बात करते हैं भांकरोटा क्षेत्र की यहां भी टूटी सड़कें, पानी के निकास, पीने का पानी और सीवर लाइन की समस्याएं व्याप्त हैं।
सबसे बड़ी समस्याएं यहां भारी वाहन का ट्रैफिक है इस क्षेत्र में रोड के बाएं तरफ और दाएं तरफ दोनों तरफ रिहायशी बसावट है। स्थानीय नागरिकों का एक रोड से दूसरी रोड पर जाना जोखिम भरा होता है। इसके बाद बात करें त्रिवेणी नगर से गोपालपुरा – गुर्जर की थड़ी वाली रोड की , यहां पर आए दिन ट्रैफिक जाम होता है।
यातायात विभाग का असफल नियंत्रण है। यहां कोचिंग सेंटर लाइब्रेरी होने से व्यापार को नई दिशा मिली लेकिन असामाजिक तत्वों की कारगुजारी बढ़ गई है जिस पर अंकुश के लिए कानून व्यवस्था असफल है।
सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत प्रताप नगर में कोचिंग हब के निर्माण के बारे में राधेश्याम उपाध्याय का कहना है कि एक स्थल पर कोचिंग का निर्माण और 60,000 से अधिक युवा पीढ़ी का जमघट किसी भी अप्रिय घटना को निमंत्रण दे सकता है।
जयपुर इतना बड़ा शहर है महानगर की श्रेणी में आ रहा है। यहां अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में कोचिंग सेंटर स्थापित हो तो स्थानीय निवासियों को भी सुविधा मिलेगी। ईंधन और समय की बचत होगी। गैर सामाजिक तत्वों और अपराधियों पर अंकुश भी आसानी से लगाया जा सकता है।
कोटा में हुई कोचिंग सेंटर में छात्रों की आत्महत्या के बारे में शांति धारीवाल जी ने कहा कि है लव अफेयर से संबंधित आत्महत्या है जबकि सच्चाई यह है कि युवा पीढ़ी पर मानसिक तनाव ज्यादा है। कोचिंग सेंटर वाले बिना छात्र की योग्यता के मापदंड के एडमिशन दे रहे हैं। एडमिशन के लिए योग्यता के मापदंड का पैरामीटर फिक्स होना चाहिए।
कोचिंग सेंटर अपने सेंटर का भ्रामक प्रचार प्रसार करते हैं।
यहां तक देखने में आया है कि एक ही सफल छात्र का नाम चार-पांच कोचिंग सेंटर वाले दावा करते हैं कि यह सफल छात्र हमारे कोचिंग सेंटर का छात्र रहा है।
साक्षात्कार के समापन समय पर राधेश्याम उपाध्याय ने बहुमूल्य सुझाव दिया
न केवल सांगानेर विधानसभा के विकास के लिए बल्कि राजस्थान और देश के विकास के लिए निम्न सुझाव अति महत्वपूर्ण है।
जिसे हम साकार करके दिखाएंगे
रंगाई छपाई व्यवसाय को विशेष पैकेज की जरूरत है ताकि वे खुलकर व्यापार कर सके। इससे रोजगार को नई दिशा मिलेगी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के अवसर बढ़ेंगे।
एयरपोर्ट से सांगानेर रेलवे स्टेशन की रोड 100 फीट स्वीकृत है इसे चौड़ा किया जाने की अत्यंत आवश्यकता है। सांगानेर कस्बे में जाने का मानसरोवर की तरफ न्यू सांगानेर रोड पत्रकार कॉलोनी जाने का और मुहाना मंडी से डिग्गी मालपुरा जाने का यह एक मुख्य मार्ग है।
सड़क चौड़ी होने से यातायात सुगम हो जाएगा स्थानीय निवासियों को भी राहत मिलेगी।
इसी विधानसभा क्षेत्र में एक खुली जेल निर्मित है इसे भी अन्यत्र स्थानांतरित किया जाना चाहिए। इसी खुली जेल के पास 17 एकड़ राजकीय भूमि है जहां पर उच्च आधुनिक सुविधायुक्त चिकित्सालय और शिक्षण संस्थान की स्थापना की जा सकती है।
सांगानेर और आसपास के निवासी वर्तमान सरकार की पॉलिसी और नजरअंदाजी से तंग आ चुके हैं इस बार इस क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी का हारना तय है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि जयपुर शहर की सभी कालोनियां चाहे वह राजा पार्क हो, मालवीय नगर हो, लाल कोठी हो, सी स्कीम हो, वैशाली नगर हो, विद्याधर नगर हो, मानसरोवर हो, प्रताप नगर हो, जगतपुरा हो सभी विकसित हो चुकी हैं।
केवल यही क्षेत्र ऐसा है जहां सुविधाओं के अभाव में अभी तक कस्बे के रूप में सुस्त पड़ा हुआ है। पिछड़ा हुआ है।
हमारा प्रयास इन सब समस्याओं का समाधान निकालना होगा और इस क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करना होगा।
संपर्क सूत्र : राधेश्याम उपाध्याय
जन सेवक
+919414055565

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