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मध्यप्रदेश

नशे के खिलाफ उतरकर गांव में शराबबंदी कराने महिलाओं ने खोला मोर्चा

नरसिंहपुर/गोटेगांव। नशा एक हंसते खेलते परिवार को बर्बाद कर देती है। शराब जैसा नशा अगर घर का एक व्यक्ति भी करता हो तो इसका असर पूरे परिवार पर पड़ता है। यही कारण है कि इसके कारण सबसे ज्यादा प्रताड़ित महिलाएं होती हैं। नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव तहसील अंतर्गत ग्राम भड़री में अब महिलाएं नशे के खिलाफ एक जुट हो गई हैं और गांव में शराब बंदी कराने मोर्चा खोल दिया है। दरअसल इस गांव में जगह-जगह अवैध रूप से शराब बेची जा रही है जिससे गांव की महिलाएं परेशान हो चुकी हैं।

शराब बंद कराने किया प्रदर्शन

गोटेगांव के ग्राम भड़री में सबसे ज्यादा अवैध रूप से शराब बिक रही है। शुक्रवार को महिलाओं ने जहां से अवैध शराब का विक्रय हो रहा है वहां जाकर विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं का कहना है कि गांव में शराब बिकने के कारण छोटे-छोटे बच्चे भी बिगड़ रहे हैं। गांव का वातावरण भी खराब हो रहा है। प्रशासन अवैध शराब बेंचने वालों पर कड़ी कार्रवाई करे। जिससे शराब बेंचने वालो को सबक मिल सके।

सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी मिला साथ

सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद लोधी का कहना है कि महिलाओं की सम्मान के लिए शासन-प्रशासन अनेक योजनाएं चला रही है। ऐसे में महिलाओं के सम्मान के लिए गांव में बिकने वाली अवैध शराब भी सरकार को बंद करना चाहिए, ताकि जो घरेलू हिंसा हो रही है वह रुक सके। नशा के कारण कई घर परिवार बर्बाद भी हो रहे हैं और बच्चों की शिक्षा भी नहीं हो पाती। ऐसे में सरकार को ध्यान देना चाहिए। चौ. अजय पटेल ने भी अवैध शराब की बिक्री रोकने मांग की है। पूर्व विधायक इंजी. शेखर चौधरी का कहना है कि गांव-गांव बिकने वाली शराब पर सरकार को अंकुश लगाना चाहिए। शासन प्रशासन को अधिकारियों को कड़े निर्देश देना चाहिए। महिलाओं का कहना है कि हर गांव में अवैध शराब जल्दी बंद नहीं होती तो नरसिंहपुर जाकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया जाएगा ।

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