घर के मुख्य द्वार पर लगा लें ये चमत्कारी पौधे चुंबक की तरह खींचा चला आएगा पैसा
वास्तुशास्त्र में दिशाओं का बहुत अधिक महत्व माना जाता है। घर में रखा हर सामान चाहे व साज-सज्जा का हो या फिर घर के उपयोग में आने वाली कोई वस्तु, इन्हें रखने के लिए वास्तु के नियमों का ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है। माना जाता है कि यदि हम वास्तु के अनुरूप काम करें तो इसका हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। इसी के साथ बता दें कि घर में लगे पौधों का भी हमारे जीवन पर प्रभाव पड़ता है।
जी हां, वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में लगे पौधों को लगाने से घर का वातावरण शुद्ध और सकारात्मक बना रहता है। लेकिन क्या आपको पता है कि हर पौधा या पेड़ घर में लगाना आच्छा नहीं होता है, कई पौधे ऐसे भी होते हैं जिन्हें लगाना अशुभ होता है। वहीं कई पौधे ऐसे होते हैं जिन्हें लगाने से ना सिर्फ घर का वातावरण शुद्ध होता है, बल्कि उन्हें लगाने से घर में मां लक्ष्मी की वास होता है। तो चलिए जानते हैं कौन-कौन से हैं वो लकी प्लांट्स
इन 3 पौधों को घर में लगाने से आती है सुख-समृद्धि
1. घर में लगाएं शमी का पौधा
घर के मुख्य द्वार के बाईं तरफ शमी का पौधा लगाना चाहिए। ये बहुत ही शुभ माना गया है। घर के मुख्य द्वार में शमी का पौधा लगाने से सुख-समृद्धि का वास होता है और मां लक्ष्मी भी होती हैं। शमी का पौधा घर में रखने से ना सिर्फ धन संबंधी परेशानियां समाप्त होती है बल्कि शनि देव के कष्टों से भी राहत मिलती है और भोलेनाथ को भी इसके पत्ते अर्पित किये जाते हैं। इसलिए इनकी कृपा भी प्राप्त होती है। इसलिए
2. घर में लगाएं मनी प्लांट
मनी प्लांट को घर में लगाना शुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, मनी प्लांट को घर में लगाने से धन आकर्षित होता है और इसे घर में लगाने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। लेकिन इसे लगाने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि जब भी इसकी टहनियां बड़ी हो जाएं तो इन्हें कभी जमीन पर न छूने दें। इसे चारों तरफ से ऊपर बांध दें, ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में कभी पैसों की कमी नहीं रहती है।
3. घर में लगाएं केला का पौधा
घर में केले के पौधे को लगाना अति शुभ माना जाता है। इसे घर में लगाने से बृहस्पति देव की कृपा मिलती है और शुभ भी माना जाता है। इससे लगाने से घर में धन की वृद्धि होती है और घर की सुख-समृद्धि बढ़ती है। घर में केले के पौधे को लगाने से घर की बरकत में वृद्धि होती है।