थोक में नकल प्रकरण जीआरडी कालेज का परीक्षा केंद्र समाप्त
पामगढ़। वार्षिक परीक्षा के दौरान जीआरडी कालेज पामगढ़ में भारी अव्यवस्था और एक साथ 11 नकल प्रकरण बनने के कारण शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय ने यहां का परीक्षा केंद्र समाप्त कर दिया और अब यहां के परीक्षार्थी शासकीय कालेज पामगढ़ में सेमेस्टर परीक्षा दे रहे हैं।
जिले में परीक्षा के दौरान नकल पुरानी बात नहीं है मगर अब स्कूल के बजाय कालेजों में इसकी प्रवृत्ति बढ़ी है। कोरोना काल के दौरान आनलाइन परीक्षा व पढ़ाई के चलते शिक्षा का स्तर गिरा है भले ही विद्यार्थी घर से परीक्षा देने के कारण अधिक प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण हो गए हैं मगर उन्हें विषय की समुचित जानकारी नहीं है। कोरोना काल के बाद आफ लाइन परीक्षा शुरू हो जाने से अब विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ गई है। इसके चलते नकल का प्रकरण भी कालेज में बन रहा है। 18 अप्रैल की दूसरी पाली की परीक्षा में पामगढ़ के जीआरडी कालेज में एक साथ 11 नकल प्रकरण बनाया गया था साथ ही परीक्षा केंद्र में भारी अव्यवस्था पाई गई थी । इसको देखते हुए कालेज में परीक्षा संचालन के लिए एक पर्यवेक्षक नियुक्ति की अनुशंसा उड़नदस्ता के संयोजक डा. रविन्द्र कौर चौबे ने की थी। इसके बाद भी व्यवस्था में कुछ खास सुधार नहीं आया इसके चलते 17 जून से शुरू हुए सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए जीआरडी कालेज का परीक्षा केंद्र समाप्त कर दिया गया। अब यहां के परीक्षार्थी पामगढ़ के शासकीय महाविद्यालय में परीक्षा दे रहे हैं।
संचालक ने कहा -पक्षपात पूर्ण निर्णय
इस संबंध में जीआरडी कालेज के संचालक सोमेन मैती का कहना है कि नकल प्रकरण तो शासकीय कालेज में भी बना था मगर विश्वविद्यालय ने केवल उनके ही कालेज का केंद्र समाप्त किया गया है। इस तरह विश्वविद्यालय ने उनके प्रति भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया है।
परीक्षा केंद्र समाप्त किए जाने का निर्णय उच्च स्तरीय समिति केद्वारा लिया जाता है। इस विषय पर वे कुछ भी कहने में असमर्थ हैं।
सुनील अग्रवाल, परीक्षा प्रभारी , शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़
जीारआडी कालेज पामगढ़ में नकल प्रकरण बना था। साथ ही यहां परीक्षा के दौरान बड़ी अव्यवस्था थी इसके कारण यहां आब्जर्वर नियुक्ति किया गया था। बाद में परीक्षा केंद्र भी समाप्त कर दिया गया है। विश्वविद्यालय का किसी कालेज के प्रति दुर्भावना नहीं है। कालेज अगर व्यवस्था सुधर ले तो आने वाले दिनों में वहां फिर से केंद्र बनाया जा सकता है।
प्रकाश त्रिपाठी, कुल सचिव, शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़