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मध्यप्रदेश

कलियासोत डैम में बनीं अवैध मजारों पर चला प्रशासन का हथौड़ा

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में अतिक्रमणकारियों ने कलियासोत डैम तक को नहीं छोड़ा है। यहां पर अतिक्रमणकारियों ने धर्म के नाम पर कब्जा कर सरकारी भूमि को हथियाने की योजना बना रखी है। पिछले कुछ महीनों में यहां डैम के कैचमेंट क्षेत्र में अज्ञात लोगों ने मजार बना डाली। इसकी भनक तक नगर निगम और प्रशासन को नहीं लगी।जब मामला इंटरनेट मीडिया पर सामने आया तो प्रशासन जागा और इस पर संज्ञान लिया। इसके बाद प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो पता चला कि सरकारी जमीन में अवैध रूप से मजार बनाई गई हैं। इसके बाद शनिवार शाम को नगर निगम के अमले ने मजार को हथौड़ा चलाकर तोड़ दिया है।

जानकारी के अनुसार यह मामला तब सामने आया जब कुछ स्थानीय लोगों ने इस जमीन पर मजार जैसा ढांचा बना देखा। उन्होंने अपने स्तर पर इसकी शिकायत भी प्रशासनिक अधिकारियों को की थी। इसके बाद खुशीलाल आयुर्वेदिक कालेज के प्रबंधन ने भी इसकी शिकायत प्रशासन से की थी। शिकायत के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो पता चला कि यहां पर अवैध रूप से एक नहीं बल्कि चार से अधिक मजार का निर्माण किया जा रहा है। इसके बाद अवैध अतिक्रमण को चिह्नित किया गया और प्रशासन ने बनाने वालों का पता लगाना शुरू कर दिया था।

जमीन पर कब्जा करने का प्रयास

स्थानीय लोगों का कहना है कि भोपाल के कलियासोत बांध के पास बनी इन मजारों के आसपास आम लोगों की आवाजाही बिल्कुल भी नहीं है। ऐसे में यहां मजार बनाने का कोई औचित्य नहीं है। दावा किया जा रहा है कि जमीन पर कब्जा करने के उद्देश्य से यहां पर मजारों का निर्माण किया गया था। बता दें कि कलियासोत बांध के आसपास इसी तरह से अतिक्रमणकारी कब्जा करने का प्रयास करते रहते हैं।

पहले थी नोटिस देने की तैयारी, पर नहीं चला पता

एसडीएम टीटीनगर संतोष बिटोलिया ने बताया कि खुशीलाल आयुर्वेदिक संस्थान के पास कलियासोत डैम में कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर कब्जा कर रखा है। यहां पर कुछ अवैध मजार भी बनाई गई हैं, जिन्हें चिह्नित किया गया है। पता लगाया जा रहा है कि आखिर अतिक्रमणकारी कौन है पहचान होते ही उन्हें नोटिस दिया जाएगा। जब प्रशासन को अतिक्रमणकारियों का पता नहीं चला तो अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है।

जहां बनाईं मजार, वहां बनेगा फार्मेसी संस्थान

खुशीलाल आयुर्वेदिक कालेज के प्रिंसिपल उमेश कुमार शुक्ला ने बताया कि चार साल पहले भी कुछ इसी तरह से मजारें बनाई गई थी। उस वक्त भी इसकी शिकायत शासन-प्रशासन से की गई थी। तब यह मजारें हटा ली गई थी, अब फिर से यहां मजारें बना दी गई थीं। यह कैसे बनी और किसने बनाई थी, इसकी जानकारी नहीं हैं। जहां मजार बनाई गई थी वह पूरी तरह सरकारी है और वहां फार्मेसी इंस्टीट्यूट बनाया जाना है।

इनका कहना है

खुशीलाल आयुर्वेदिक कालेज कलियासोत डैम के पास मजार बनाए जाने की शिकायत मिली थी। मौके पर टीम भेजकर जांच कराई तो पता चला कि वहां पर छह मजार बनी हुई हैं, जिनमें दो 15 से 20 साल पुरानी हैं। जबकि चार नई मजार बनाई गई हैं। इन्ही मजार को तोड़कर हटाने की कार्रवाई की गई है।

आशीष सिंह, कलेक्टर

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