बच्चों में भी चिंता का कारण बन रहा एंजायटी डिसऑर्डर – डॉ. महेंद्र जैन
dr mahendra jain। psychetrist। ajmer

बच्चों में भी चिंता का कारण बन रहा एंजायटी डिसऑर्डर – डॉ. महेंद्र जैन
अजमेर।
अजमेर जे एल एन मेडिकल कॉलेज के सीनियर प्रोफेसर प्रसिद्ध मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. महेंद्र जैन ने बताया कि हाल के वर्षों में छोटे बच्चों और किशोरों में एंजायटी डिसऑर्डर के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। खासतौर पर स्कूल जाने वाले बच्चों में पढ़ाई का प्रेशर, माता-पिता की अधिक अपेक्षाएं, प्रतियोगिताएं और मोबाइल की लत इसका प्रमुख कारण बन रहे हैं।
डॉ. जैन ने कहा कि बच्चों में एंजायटी अक्सर शारीरिक लक्षणों के रूप में सामने आती है, जैसे पेट दर्द, सिर दर्द, नींद की कमी, चिड़चिड़ापन और स्कूल जाने से डर लगना। कई बार बच्चे भावनाएं व्यक्त नहीं कर पाते और माता-पिता इसे अनुशासन की कमी या जिद्द समझ लेते हैं।
उन्होंने कहा कि बच्चों को सुनना, समझना और उनसे संवाद बनाए रखना सबसे जरूरी है। अगर बच्चा बार-बार चिंता व्यक्त करता है या अकेला रहना पसंद करता है तो उसे नजरअंदाज न करें। काउंसलिंग, खेलकूद और रचनात्मक गतिविधियों से बच्चों को मानसिक राहत मिलती है। डॉ. जैन ने माता-पिता को सलाह दी कि बच्चों की मानसिक सेहत को लेकर सजग रहें और अनावश्यक दबाव न बनाएं। मानसिक रूप से स्वस्थ बच्चा ही भविष्य का आधार होता है।