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सरकारी स्कूल में आधुनिक कक्षाओं का उद्घाटन: समाज के भामाशाहों की अनुकरणीय पहल

सरकारी स्कूल में आधुनिक कक्षाओं का उद्घाटन : समाज के भामाशाहों की अनुकरणीय पहल

जयपुर, 28 फरवरी 2025 – शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, श्रीमति मंजु शर्मा, संसद सदस्य, ने बंबाला सांगानेर स्थित गवर्नमेंट अपर प्राइमरी स्कूल में चार अत्याधुनिक कक्षाओं का उद्घाटन किया। 30 लाख से अधिक की लागत से निर्मित ये कक्षाएँ सरकारी स्कूलों में आधुनिक शिक्षा के नए मानदंड स्थापित करेंगी।

इस परियोजना की पहल जयपुर यूनाइटेड राउंड टेबल 272 ने सात महीने पहले की थी, जिसका उद्देश्य सरकारी विद्यालयों में बच्चों को बेहतर सुविधाएँ प्रदान करना है। इस अवसर पर जयपुर यूनाइटेड राउंड टेबल के अध्यक्ष वैभव अग्रवाल और जीवेश अग्रवाल ने कहा कि, “ये कक्षाएँ बच्चों के भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी और उन्हें गुणवत्ता शिक्षा प्राप्त करने में सहायता करेंगी।”

समाजसेवियों का उल्लेखनीय योगदान

इस कार्य में राउंड टेबल 272 के सभी सदस्य सक्रिय रूप से शामिल रहे। परियोजना संयोजक अनिरुध दीवान, सचिव दिव्यंक वासवानी, कोषाध्यक्ष शुभम नागपाल, उपाध्यक्ष अनुज जैन सहित निमिष अरोरा, प्रयास गोयल, आर्यन नागपाल, अंकुर गुप्ता, यशवंत धामानी, आदित्य फ़तेहपुरिया, आकाश अग्रवाल, प्रणय जैन, भावेश गुप्ता, सतीश लश्करी, संदीप झालानी, सुमीत चांडक, सौरभ पटोदिया ने इस परियोजना में समर्पण और सहयोग दिया।

इन सभी सदस्यों ने अपने परिवारों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित किया कि सरकारी स्कूल में एक प्राइवेट स्कूल जैसी आधुनिक और सुविधाजनक कक्षाएँ बनाई जाएँ। उनकी यह पहल समाज के अन्य भामाशाहों के लिए भी प्रेरणादायक है।

शिक्षा में निवेश : बच्चों के स्वर्णिम भविष्य की नींव

सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढाँचे का निर्माण केवल एक भवन निर्माण नहीं, बल्कि राष्ट्र के भविष्य में निवेश है। इस योगदान के माध्यम से यह संदेश जाता है कि समाज का हर वर्ग, यदि एकजुट होकर प्रयास करे, तो शिक्षा में क्रांति लाई जा सकती है।

“सरकारी उपकरणों में योगदान देना सिर्फ़ एक कर्तव्य नहीं, बल्कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को साकार करने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है।”

यह प्रोजेक्ट न केवल सरकारी स्कूलों में आधुनिक सुविधाओं के विकास की मिसाल बना, बल्कि समाज की सामूहिक शक्ति और दायित्वबोध का प्रतीक भी है। ऐसी पहलें ही आने वाले समय में शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने में सहायक सिद्ध होंगी।

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