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मध्यप्रदेश

रियल स्टेट में अब दिखी रफ्तार रजिस्ट्रियों में टूटा पिछला रिकार्ड

ग्वालियर। नई कलेक्टर गाइडलाइन लाइन लागू होने से संपत्ति रजिस्ट्री में आई सुस्ती अब दूर हो गई है। ग्वालियर के अलग-अलग क्षेत्रों में हुई रजिस्ट्री से अब पिछले साल के रिकार्ड टूट गए हैं। पंजीयन विभाग को एक अप्रैल की तुलना में अभी जून तक पिछले साल से ज्यादा राजस्व मिला है। यह अंतर करोड़ों में है। यह रियल स्टेट कारोबार के लिए भी अच्छे संकेत हैं। ग्वालियर के डबरा-भितरवार और ओल्ड ग्वालियर में रजिस्ट्री बढ़ी हैं। नया ग्वालियर सर्किल में जून माह में पहले से कम हैं। नई गाइडलाइन को लागू हुए दो माह का समय हो चुका है। अब लोग पूरी तसल्ली से खरीद-बिक्री के लिए तैयार हैं।

यहां बता दें, एक अप्रैल 2023 को नई कलेक्टर गाडइ लाइन को लागू की गई है। ग्वालियर में 423 लोकेशन पर 25 प्रतिशत तक की वृद्धि दरों में की गई है, जिसमें नया विस्तार लेते ग्वालियर की लोकेशन सबसे ज्यादा हैं। कई लोकेशनों पर विसंगति भी दूर की गई हैं। नई कलेक्टर गाइड लाइन में 1840 लोकेशन पर कोई बदलाव नहीं है। जिले में कुल 2280 में 423 लोकेशन पर ही 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है।

एक अप्रैल से 7 जून

सर्किल लक्ष्य 2022-23 2023-24 लक्ष्य के विरुद्ध राजस्व गत वर्ष की तुलना में प्रतिशत

ग्वालियर-एक 74 करोड़ 42 करोड़ 52 करोड़ 69 प्रतिशत 23 प्रतिशत

ग्वालियर-दो 76 करोड़ 49 करोड़ 57 करोड़ 74 प्रतिशत 15 प्रतिशत

एक जून से सात जून

सर्किल लक्ष्य 2022-23 2023-24 लक्ष्य के विरुद्ध राजस्व गत वर्ष की तुलना में प्रतिशत

ग्वालियर-एक 29 करोड़ 4 करोड़ 7 करोड़ 24 प्रतिशत 57 प्रतिशत

ग्वालियर-दो 29 करोड़ 4 करोड़ 4 करोड़ 14 प्रतिशत -14 प्रतिशत

इस माह अभी तक नए ग्वालियर में औसत रिस्पांस

ग्वालियर शहर में अब नए ग्वालियर यानी सिरोल, हुरावली, बायपास की ओर ज्यादा विस्तार हो रहा है। इसके बाद पुरानी छावनी, चिरवाई-गिरवाई ओर कालोनियों की बसाहट बढ़ रही है। नए ग्वालियर को लेकर रजिस्ट्री की बात करें तो अभी जून में यहां औसत स्थिति में ही रजिस्ट्री हो रही हैं।

सोमवार को पंजीयन कार्यालय में ऐसा हाल था कि पैर रखने को जगह नहीं थी। भीषण गर्मी में पंजीयन कार्यालय के ग्राउंड फ्लोर का हाल पूरी तरह फुल था। यहां से निकलकर ऊपरी तल पर या दूसरे कक्ष में मुश्किल से पहुंचना हो पा रहा था। हर काउंटर के आगे भीड़ थी। भवन के बाहर मंदिर के आसपास लोगों को खड़ा होना पड़ रहा था। दो सौ मीटर तक वाहनों की कतार लग गई थीं। सोमवार और मंगलवार को आमतौर पर भीड़ रहती है, लेकिन इस बार सोमवार को ज्यादा ही भीड़ थी।

नई कलेक्टर गाइड लाइन लागू होने के बाद अप्रैल से जून तक की स्थिति में पिछले वर्ष की तुलना से अधिक राजस्व मिला है। पिछले साल की तुलना में हम आगे हैं। अब आगे और अच्छा रिस्पांस मिलने की उम्मीद है।

डा़ दिनेश गौतम, वरिष्ठ जिला पंजीयक, ग्वालियर

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