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बच्चों में बढ़ती एडिनॉइड की समस्या: लेटेस्ट तकनीकों से इसका समाधान : डॉ. सुधांशु अनंत पांडे

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बच्चों में बढ़ती एडिनॉइड की समस्या: लेटेस्ट तकनीकों से इसका समाधान : डॉ. सुधांशु अनंत पांडे

चोमू। आजकल बच्चों में बार-बार जुकाम, सांस लेने में दिक्कत और खर्राटों जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार इसका एक बड़ा कारण ‘एडिनॉइड’ नामक ग्रंथि होती है, जो नाक के पीछे की तरफ स्थित होती है। सामान्यतः यह ग्रंथि 12 वर्ष की आयु तक सिकुड़ जाती है, लेकिन कुछ बच्चों में यह अधिक बढ़ जाती है, जिससे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

*चोमू के प्रसिद्ध ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. सुधांशु अनंत पांडे* का कहना है कि “एडिनॉइड की बढ़ोतरी से बच्चे मुंह से सांस लेने लगते हैं, जिससे चेहरे की हड्डियों की सामान्य वृद्धि बाधित हो सकती है, दांत टेढ़े-मेढ़े हो सकते हैं और लम्बाई-वजन पर भी असर पड़ता है।”

*एक विशेष बात* और उन्होंने कही कि कानों में बार-बार इंफेक्शन होने से सुनने की क्षमता पर विपरीत असर पड़ता है।

 उपचार में नई तकनीकों का उपयोग

डॉ. पांडे ने बताया कि एडिनॉइड की शुरुआती अवस्था में दवाइयों से इलाज संभव है। लेकिन यदि समस्या गंभीर हो जाए और दवाओं से राहत न मिले, तो ऑपरेशन की आवश्यकता होती है। अब यह सर्जरी अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से बिना किसी चीरे के की जाती है।

वे बताते हैं कि “हम एडिनॉइड सर्जरी के लिए Microdebrider और COBLATOR जैसी आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं। इन तकनीकों से खून कम बहता है, दर्द कम होता है और रिकवरी बहुत जल्दी होती है।”

डॉ. सुधांशु की विशेष योग्यता

डॉ. सुधांशु अनंत पांडे एमबीबीएस और ईएनटी में पोस्ट ग्रेजुएट हैं। उन्होंने देश के प्रतिष्ठित संस्थानों से ईएनटी सर्जरी में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है और सैकड़ों सफल एडिनॉइड एवं टॉन्सिल सर्जरी कर चुके हैं। बच्चों के ईएनटी विकारों में उनका विशेष अनुभव है।

*संपर्क सूत्र:*

डॉ. सुधांशु अनंत पांडे

मोबाइल: +91 79766 09972

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