रामाज-24; पेट की सर्जरी में आधुनिक तकनीक पर नेशनल कॉन्फ्रेंस संपन्न
रामाज-24; पेट की सर्जरी में आधुनिक तकनीक पर नेशनल कॉन्फ्रेंस संपन्न
जयपुर | राजस्थान एसोसिएशन ऑफ मिनिमल एक्सेस सर्जन (रामाज) की 16वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस ‘रामाज-2024’ 28-29 सितंबर को झालाना स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित हुई। आयोजन अध्यक्ष डॉ. प्रभा ओम ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में चंडीगढ़, मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद व पुणे समेत देशभर से 350 विशेषज्ञों ने भाग लिया। सम्मेलन में आधुनिक तकनीक के जरिए सूक्ष्म चीरे से होने वाली सर्जरी की जानकारी साझा की गई। आयोजन सचिन डॉ.राम डागा के अनुसार कॉन्फ्रेंस में पुणे के डॉ. शैलेश उतांविकर, लखनऊ के डॉ. रजनीश सिंह, हैदराबाद के डॉ. फणिकृष्ण, जयपुर के डॉ. राजेश भोजवानी और कोलकाता के डॉ. ओम टांटिया जैसे जाने-माने सर्जन डॉक्टरों को गुर सिखाएं।
इस कॉन्फ्रेंस यह अपडेट सामने आई कि
‘अब पैंक्रिएटिक कैंसर की सर्जरी में नहीं निकाली जाती तिल्ली’
पेट में मौजूद तिल्ली शरीर की इम्यूनिटी बनाए रखने का काम करता है। इसके पास के अंग पेंक्रियाज में कैंसर होने पर अब तक तिल्ली को भी प्रभावित अंग के साथ निकाल दिया जाता था। नई गाइडलाइन के अनुसार अब तिल्ली को जहां तक संभव है, बचाया जा सकता है।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी, जनरल सर्जरी विभाग की ओर से यह कॉन्फ्रेंस आयोजित हुई।
कोलकाता से आए डॉ. ओम टॉटिया ने मोटापे की सर्जरी की जटिलताओं के बारे में जानकारी दी। डॉ. गिरिराज बोरा ने बॉयल डक्ट इंजरी, डॉ. विक्रांत शर्मा ने रोबोटिक स्लीव गैस्ट्रॉक्टमी के बारे में बताया।