स्वयं की क्षमताओं को पहचानने : अभ्येति फाउंडेशन द्वारा श्री भटनागर मेमोरियल लेक्चर का आयोजन
अभ्येति फाउंडेशन द्वारा श्री भटनागर मेमोरियल लेक्चर का आयोजन
-एसेंशियल लाइफ स्किल्स और एच आर रोल्स की अहमियत पर आयोजित हुई चर्चा
जयपुर।
कूकस स्थित जयपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में अभ्येति फाउण्डेशन की ओर से श्री भटनागर मेमोरियल लेक्चर का हुआ आयोजन।
इस लेक्चर में बतौर मुख्य अतिथि वि स्किल यूनिवर्सिटी हरियाणा के कुलपति डॉ. राज नेहरू और विशिष्ट अतिथि स्पेन्सर एक हिल कंसल्टेन्सी के सी ई ओ अमित शर्मा मौजूद रहे।
अपने वक्तव्य में जेईसी ग्रुप के छात्रों को सम्बोधित करते हुए डॉ नेहरू ने छात्रों को स्वयं की क्षमताओं को पहचानने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज के समय में अपने आप के अंदर छिपी असीम क्षमताओं को पहचानना ही सबसे कठिन स्किल है जो छात्र अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं वे पहले ये पहचानने का प्रयास करे कि वे क्या क्या करने में सक्षम हैं। उन्होंने कई प्रेरक कहानियों के माध्यम से विद्यार्थियों को सिम्पैथी और एम्पैथी का अंतर समझाया।
इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि श्री अमित शर्मा ने विद्यार्थियों को बताया कि आज के युग में रिकूटमेंट और प्लेसमेंट के लिये एच आर की क्या अपेक्षाएं होती है। इसी के साथ उन्होंने विद्यार्थियों को स्वउद्यमिता के लिये भी प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अंत में अभ्येति फाउण्डेशन की संस्थापक श्रीमती सीमा भटनागर एवं सलाहकार रजत सक्सेना ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया और सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
साथ ही फाउण्डेशन की ओर से डॉ नेहरू को गुरु वशिष्ठ सम्मान देकर भी सम्मानित किया गया।
अंत में रजत सक्सेना ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया
कार्यक्रम में जेईसी ग्रुप के निदेशक श्री ललित सरावगी श्री राघव सरावगी, डॉ सुनीता रावत एवं प्राचार्य डॉ भारत भूषण जैन भी उपस्थित थे।