धार्मिक
62 दिन चलेगी अमरनाथ यात्रा सफर के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
हिंदू धर्म में अमरनाथ यात्रा एक बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थ यात्रा है। अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हो गई है, जो 62 दिनों तक जारी रहेगी। अमरनाथ यात्रा के दौरान भक्तों को बाबा अमरनाथ के गुफा मंदिर में दर्शन करने का मौका मिलता है। बाबा अमरनाथ की गुफा मंदिर को हिंदू धर्म में बहुत महत्व दिया जाता है। यह मंदिर हिमालय के दक्षिण कश्मीर में स्थित है और इसे भगवान शिव के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है।
अमरनाथ यात्रा के लिए खास इंतजाम
अमरनाथ यात्रा के लिए बहुत सारे खास इंतजाम किए गए हैं। यह यात्रा कोरोना महामारी के कारण थोड़ी अलग तरह से हो रही है। यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालुओं को हर समय RFID कार्ड पहनना अनिवार्य है। यात्रा के दौरान को आरामदायक कपड़े और ट्रैकिंग जूते पहनने की सलाह दी गई है। यात्रियों को सुरक्षा के लिए सभी नियमों का पालन करना होगा। बाबा अमरनाथ बर्फानी के भक्त पहलगाम और बालटाल के रास्ते पवित्र गुफा की ओर निकल पड़े हैं। पहले जत्थे में 3488 तीर्थयात्री शामिल हैं।
इन बातों की रखें विशेष सावधानी
यात्रा शुरू करने से पहले जम्मू-कश्मीर में निर्धारित स्थानों से अपना आरएफआईडी कार्ड प्राप्त करना होगा। सभी को आरएफआईडी कार्ड पहनना अनिवार्य है। इसके अलावा आरामदायक कपड़े और ट्रैकिंग जूते पहनने की सलाह दी गई है। चढ़ाई के वक्त धीरे-धीरे चलें और बार-बार पानी पीते रहें। सांस लेने में तकलीफ महसूस हो तो तत्काल मेडिकल हेल्प के लिए संपर्क करें।
अमरनाथ यात्रा के दौरान न करें ये कम
अमरनाथ यात्रा के दौरान ज्यादा मेहनत वाला कोई भी काम न करें। चढ़ाई के दौरान बार-बार ब्रेक लेते रहें। यात्रा के दौरान रास्ते में कूड़ा करकट फैलाने से बचें। कभी भी खाली पेट यात्रा न करें। यात्रियों को शराब, कैफीन या धूम्रपान नहीं करने की सलाह दी गई है। ट्रैकिंग के दौरान कोई छोटा रास्ता अपनाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।