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सांसद ने डीजीपी को किया फोन फिर आइजी की लताड़ के बाद दर्ज हुआ जुर्म

बिलासपुर। मोपका के एक किसान की जमीन पर कब्जा करने और धमकाने के मामले का वीडियो प्रसारित होने के बाद भी सरकंडा पुलिस जुर्म दर्ज नहीं कर रही थी। बल्कि पीडि़त किसान को ही थाने में बैठा दिया। इसकी जानकारी मिलने पर युवा भाजपाई थाने पहुंचे। पूरे मामले की जानकारी सांसद अरुण साव को दी। साव ने डीजीपी से बात की। डीजीपी ने आइजी को मामले में जुर्म दर्ज करने के निर्देश दिए। इसके बाद सरकंडा पुलिस ने युवा कांग्रेस नेता शेरू असलम के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

युवा कांग्रेस नेता शेरू असलम का जमीन पर कब्जे को लेकर शुक्रवार को एक वीडियो प्रसारित हुआ था। इसमें युवा कांग्रेस नेता खुद को जिला अध्यक्ष बताते हुए किसान को धमकाते हुए नजर आ रहा है। युवा कांग्रेस नेता का यह वीडियो तेजी से प्रसारित होने लगा। इसके बाद किसान उमेंद्र साहू ने रविवार को थाने पहुंचकर अपनी शिकायत की है। किसान ने पुलिस को बताया कि मोपका में उसकी पैतृक जमीन है।

उनकी जमीन के बगल में ही मोहसिन खान की जमीन है। मोहसिन खान ने अपनी जमीन को समतल कराते हुए उनकी जमीन के भी मेढ़ को तोड़कर अपनी जमीन में मिला लिया है। इसकी जानकारी होने पर उन्होंने मौके पर पहुंचकर अपनी जमीन के मेढ़ को तोड़ने पर आपत्ति की थी। इस पर मोहसिन खान और शेरू असलम ने किसान को धमकी दी। किसान की शिकायत पर सरकंडा पुलिस ने शेरू असलम और उसके साथियों के खिलाफ धारा 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

समझौते का वीडियो किया जारी

सरकंडा पुलिस पीड़ित किसान को दो दिन तक थाने का चक्कर कटवा रही थी। इसके बाद पुलिस ने एक कागज में किसान का दस्तखत ले लिया। दरअसल यह समझौता वाला कागज था। इसी के आधार पर शेरू असलम ने किसान से समझौता होने का एक वीडियो जारी किया। इसकी जानकारी मिलने पर युवा भाजपा थाने पहुंचे और वस्तुस्थिति की जानकारी ली। इसके बाद मामले का राज खुला।

परिवार पर बनाया जा रहा था दबाव: गोस्वामी

भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य धनंजय गिरी गोस्वामी ने बताया कि बिलासपुर युवा कांग्रेस के शहर अध्यक्ष शेरू असलम द्वारा मोपका के हिंदू परिवार की जमीन पर जबरन कब्जा कर उनके साथ दुर्व्यवहार और मां-बहन को लेकर अभद्र टिप्पणी की लिखित शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही थी। इसके उलट साहू परिवार को समझौता करने दबाव बनाया जा रहा था। इससे परिवार में भय का माहौल बना हुआ है। लिहाजा हमने परिवार के साथ मिलकर थाने पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज कराई है।

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