तूफान की तीव्रता कम होते ही भारी बारिश के आसार राजधानी दिल्ली में भी बरसे बादल
गुजरात और सौराष्ट्र के इलाकों में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर कम हुआ है, लेकिन तेज हवाओं और बारिश का दौर जारी है। गुजरात की IMD वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने बताया कि चक्रवात की तीव्रता कम हुई है। इसके कारण कच्छ में भारी बारिश हो सकती है। द्वारका, जामनगर, मोरबी में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। पोबंदर, राजकोट सहित कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा पूरे गुजरात में बारिश होने की संभावना है। वहीं शनिवार को भी कच्छ, पाटन, महसाना, बनासकांठा में अति भारी बारिश हो सकती है।
दिल्ली में बारिश
चकवाती तूफान का मामूली असर राजधानी दिल्ली में भी दिखा। शुक्रवार की दोपहर मौसम सुहाना हो गया और दिल्ली के कई हिस्सों में बारिश हुई। इस बारिश से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को तपती गर्मी से थोड़ी राहत मिली है।
ज्यादा नुकसान नहीं
जामनगर के कलेक्टर बी. ए. शाह ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय के बाद कुछ पेड़ गिरे थे, जिन्हें सड़कों से हटा लिया गया है। जामनगर और आसपास दोपहर 12 बजे तक 30-120 मिलीलीटर तक बारिश हुई है। पिछले 24 घंटे में 3 लोगों के घायल और 4 जानवरों के मौत की सूचना है। लेकिन किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है।गांधीनगर के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने भी बताया कि अभी हमें सतर्क रहना होगा। अभी तक करीब 24-25 लोग घायल हुए हैं और एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है। करीब 60 कच्चे मकान टूटे हैं। अभी कच्छ, बनासकांठा, पाटन जिले में अलर्ट जारी किया गया है। सेंट्रल गुजरात के क्षेत्रों में अति भारी बारिश की संभावना है और हवा की गति भी तेज रहेगी।
ताजा स्थिति
कच्छ से भी ज्यादा नुकसान की खबर नहीं है। यहां के कलेक्टर अमित अरोड़ा ने बताया कि कई जगहों पर तेज हवा के कारण एहतियातन बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है। बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर को ज्यादा नुकसान हुआ है। काफी पेड़ गिरे हैं, लेकिन किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। 2 हाईवे बंद हैं जिस पर से पेड़ हटाने का काम जारी है। नुकसान का सर्वे जारी है और इसके बाद ही सही आंकड़े सामने आएंगे। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि चक्रवात के पूरी तरह से शांत हो जाने के बाद ही अपने घर से बाहर निकलें।