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धार के गणपति घाट पर हो रही सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं नहीं रुक रहे हादसे

 धार। जिले में सड़क दुर्घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। गणपति घाट में सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं हो रही हैं। वहीं, मनावर में भी हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। शनिवार रात्रि में सिंघाना रोड पर दो अलग-अलग दुर्घटनाएं हुई थीं। इसमें चार युवकों की मौत हुई थी। वहीं जनवरी से अब तक देखा जाए तो सड़क दुर्घटना में हो रही मौत के मामले में मनावर थाना दूसरे नंबर पर आ रहा है। यहां जनवरी से अब तक 63 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें 65 लोग घायल हुए हैं, जबकि 25 की मौत हो चुकी है।

राजमार्ग पर तकनीकी खामियां आं रही समाने

इसी तरह इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर मांगोद से राजगढ़ तक आए दिन सड़क दुर्घटनाएं में युवाओं की जान जा रही है। रविवार को मांगोद में पिता पुत्र की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है। इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्घटना की मुख्य वजह सड़क की तकनीकी खामियां सामने आ रही हैं। फरवरी में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को सड़क सुधार के निर्देश दिए थे। इसमें सड़क सुधार का कार्य शुरू कर दिया है, पर यह धीमी गति से चल रहा है। सुधार कार्य अगर जल्द पूरा नहीं हुआ तो मौत के आंकड़ों में और भी बढ़ोतरी हो सकती है।

दुर्घटनाएं दुर्घटनाओं में मौतें

दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं धार जिला सड़क हादसे में हो रही मौतों के मामले में नंबर वन पर है। आए दिन यहां सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। जिले में जनवरी से अब तक 986 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इसमें 1001 लोग घायल हुए हैं, वहीं 333 की मौत हुई है। सड़क दुर्घटना को कम करने के लिए यातायात विभाग द्वारा लगातार काम किया जा रहा है। संबंधित सड़क एजेंसी द्वारा सुधार कार्य नहीं होने की वजह से दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। जिले में बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते एसपी मनोज कुमार सिंह ने भी चिंता व्यक्त की है। इसमें जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश जारी किए हैं।

टोल नाके पर जागरूकता अभियान

यातायात टीआइ सूबेदार रोहित निक्कम ने बताया कि यातायात विभाग द्वारा दुर्घटना में कमी लाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। आगामी दिनों में हाईवे पर टोल नाकों पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसमें टोल कर्मियों को यातायात विभाग द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें जो भी चार पहिया वाहन टोल से गुजरेगा, उसमें चालकों को सीट बेल्ट लगाने के साथ ही वाहन को कम स्पीड में चलाने को लेकर जागरूक किया जाएगा।

फोरलेन पर तकनीकी कमी, डिवाइडर पर कट

सड़क निर्माण के दौरान संबंधित सड़क एजेंसियों द्वारा कई तकनीकी कमियां छोड़ दी गई हैं। इससे सड़क हादसे हो रहे हैं। फोरलेन पर ढाबा संचालकों ने जहां-तहां डिवाइडर पर अवैध कट लगा रखे हैं।

विभाग द्वारा कट बंद करने के कुछ समय बाद ही नए सिरे से कुछ दूरी पर अवैध कट बना दिए जाते हैं। इसमें लोग लापरवाही करते हुए अचानक फोरलेन पर आ जाते हैं और दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। वहीं ग्रामीण सड़कों की जंक्शन पर संकेतक भी नहीं लगे हुए हैं। साथ ही स्पीड ब्रेकर भी टूटे हुए हैं। वहीं फोरलेन पर हर पांच किलोमीटर पर जागरूकता के बोर्ड लगाए जाएंगे।

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