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अपनी मधुर आवाज से एसपी बाला सुब्रमण्यम के गीतों में बांधा समां

बिलासपुर। उत्तर प्रदेश के मशहूर पार्श्वगायक गायक एसपी बालसुब्रमण्यम की यादों को अपनी समुधुर आवाज और गीतों के माध्यम से कलाकारों ने सजीव कर दिया। पार्श्वगायक एसपी के गाए गीतों को उनके अंदाज में गाकर कार्यक्रम को कलाकारों ने आकर्षक तो बनाया है साथ ही जीवंत प्रस्तुति देकर एसपी की यादों को चिरस्थायी बना दिया। सेवन स्टार म्यूजिकल ग्रुप एवं आंध्र समाज के तत्वाधान में बीते दिनों होटल एमराल्ड में आयोजित किया गया।

एसपी बालासुब्रमण्यम एवं अन्य गायक कलाकारों के गीत एक से बढ़कर एक प्रस्तुत किए। सेवन स्टार म्यूजिकल ग्रुप के डायरेक्टर राकेश रोशन शाह ने बताया कितेलुगू आंध्र समाज एवं सेवन स्टार म्यूजिकल ग्रुप की तरफ से आज बालु साहब का यह कार्यक्रम कर रहे हैं हम देश के जितने भी मशहूर गायक हैं उनके जन्मदिवस एवं पुण्यतिथि के अवसर पर यादें कार्यक्रम करते हैं आम जनता को उनकी मधुर आवाज में यादें कार्यक्रम के तहत सुनाते हैं हमारी टीम में एक से बढ़कर एक गायक कलाकार हैं हुबहू उन्हीं की आवाज में गाते हैं।

मुख्य अतिथि की आसंदी से अनिल टाह ने कहा कि एसपी बालासुब्रमण्यम जैसे अच्छे गायक कलाकार इस दुनिया से विदा हो गए। यह हमारे देश के लिए अपूरणीय क्षति है लेकिन उनकी आवाज उनके गीत हमेशा हमारे कानों में एवं देश में सुनी जाएगी। वे भारतीय पार्श्वगायक अभिनेता संगीत निर्देशक एवं फिल्म निर्माता थे। कई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त किए हैं। आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा 25 बार तेलुगू सिनेमा में नंदी पुरस्कार भी जीते हैं।

आंध्र समाज के सचिव पी श्रीनिवास राव ने कहा कि बालासुब्रमण्यम जी ने शास्त्रीय गायन में औपचारिक प्रशिक्षण नहीं लिया था लेकिन उसके बाद भी उन्होंने संगीत के क्षेत्र में जिन ऊंचाइयों पर पहुंचे वहां तक कई प्रशिक्षित गायकों का भी पहुंच पाना मुश्किल है। बालासुब्रमण्यम जी ने हर साल औसतन 930 गाने गाए । बालासुब्रमण्यम जी के नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में सबसे अधिक 40 हजार गाना गाने का रिकार्ड दर्ज किया गया है। उन्होंने 12 घंटे में 21 गाने गाए एवं एक दिन में 19 तमिल गाने और एक दिन में 16 गाने हिंदी में रिकॉर्ड किए हैं। बालासुब्रमण्यम, मोहम्मद रफी के गानों से काफी प्रभावित थे। जिसके चलते उन्होंने सदाबहार गाने गाए। उन्होंने सभी तरह के गानों को अपनी आवाज दी। फिर चाहे वह खुशी के गाने हों, या दर्द भरे नगमें हों।

इन्होंने दी प्रस्तुति

देवव्रत मिश्रा, शिवशंकरअग्रवाल,टिंकू, प्रफुल्ल चिपड़े, जसवंत चरण, प्रताप साहू,पी वी श्रीनिवास, पी हर्षिता,देवेंद्र जीवतोड़े, केशरी देवांगन, रंजीत सरकार, रीतू राय,आनंद गुप्ता, नंदलाल रमानी, श्रवण, कुमार यादव, लक्ष्मी शर्मा, रमना राव, रामकृष्ण आदित्य, दिलीप भोई, पवन ठाकुर, श्रीमती कांति मौर्य, मास्टर तनिष्क वर्मा, श्री संजय सिंह, मनोज गुप्ता, जानकी बरेठ, काजल माहेश्वरी, ज्योति साहू, सुमीत कुमार बनर्जी, रविंद्र सिंह, सचांदनी आदित्य, श्रीमती रानू चंद्राकर (मेहमान गायिका), अनुष्का गुप्ता, पी हर्षिता, तिलक राव।

इनकी रही उपस्थिति

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अनिल टाह , आंध्र समाज स्कूल के अध्यक्ष एन रमना मूर्ती, सचिव पी श्रीनिवास राव, एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलेश लवहत्रे, बिलासपुर शहर कांग्रेस कमेटी के सचिव यू मुरली राव शहर के गणमान्य नागरिक एवं छत्तीसगढ़ के दूर-दूर से आए गायक कलाकार बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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