आज बड़ा मौका 10 साल बाद ICC ट्रॉफी जीत सकती है टीम इंडिया जानिए कैसे
ऑस्ट्रेलिया ने डब्ल्यूटीसी फाइनल (WTC Final) के चौथे दिन चायकाल से पहले अपनी दूसरी पारी आठ विकेट पर 270 रन पर घोषित कर भारत को जीत के लिए 444 रन का विशाल लक्ष्य दिया। ओवल मैदान में भारत ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक दूसरी पारी में तीन विकेट पर 164 रन बना लिए हैं। उसे जीत के लिए आखिरी दिन 280 रनों की जरूरत है। पिछले मैच में अर्धशतक लगाने वाले अजिंक्य रहाणे सूजे अंगूठे के साथ फिर बल्लेबाजी कर रहे हैं, जबकि विराट कोहली ने दूसरा छोर संभाल रखा है।
इस तरह टीम इंडिया के पास 10 साल बाद कोई आईसी ट्रॉफी जीतने का शानदार मौका है। आखिरी बार टीम इंडिया ने 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी।
लंदन में शनिवार को तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक गया। रविवार को हल्की वर्षा की संभावना है लेकिन ज्यादातर समय धूप खिली रहेगी। ऐसे में बल्लेबाजी करने में ज्यादा मुश्किल नहीं होगी।
रहाणे और विराट चौथे विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी कर चुके हैं। अगर ये दोनों रविवार को दो सत्र तक टिक गए तो भारत जीत सकता है। हालांकि यह डगर काफी कठिन होगी।
भारत को वह लक्ष्य मिला है जो पहले किसी ने हासिल नहीं किया है। वेस्टइंडीज ने 2003 में एंटीगुआ में आस्ट्रेलिया के विरुद्ध सात विकेट पर 418 रन बनाकर सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया था।
भारतीय टीम इसी मैदान में 1979 में इंग्लैंड के विरुद्ध 437 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए आठ रन से चूक गई थी। उस ड्रा मैच की दूसरी पारी में सुनील गावस्कर ने 221 रन बनाए थे।
इससे पहले मैच के चौथे दिन भारत ने गिल, रोहित और पुजारा के विकेट गंवाए हैं। गिल के कैच पर जहां बवाल मचा तो अच्छे टच में दिख रहे रोहित नाथन लियोन की गेंद पर स्वीप लगाने के चक्कर में पगबाधा हो गए। उन्होंने इसके साथ भारत का एक रिव्यू भी गंवाया।
अगले ओवर में पुजारा कमिंस की गेंद पर अपर कट लगाने के चक्कर में विकेटकीपर कैरी को कैच दे बैठे। पता नहीं पुजारा ने इससे पहले कभी टी-20 में भी अपर कट लगाया था या नहीं लेकिन यहां पर इतना भद्दा शाट खेलने की कतई जरूरत नहीं थी।
एक रन के अंदर दो विकेट गिरने से भारतीय प्रशंसक हिल गए लेकिन रहाणे और विराट ने फिलहाल टीम को संभाल लिया है।