रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण के फायदे और नुकसान हुई चर्चा
क्रिया की प्रतिक्रिया प्रकृति का नियम है और प्रत्येक थेरेपी के कुछ फायदे और नुकसान होते हैं हर दवा के अपने फायदे और विपरीत प्रभाव भी होते हैं हमें सर्वोत्तम समाधान ढूंढना चाहिए इसके बारे में हमने ऑर्थोस्कॉपी – स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर के वरिष्ठ ऑर्थोपेडिक सर्जन रोबोटिक ऑर्थो सर्जन डॉ राजीव गुप्ता से बात की उन्होंने रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण के फायदे और नुकसान के बारे में बताया
रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण के है खूब फायदे :
उन्होंने कहा कि रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण से शारीरिक सक्रियता में सुधार होता है जो क्षतिग्रस्त हुए घुटनों के कारण कम हो गई होती है। दैनिक दिनचर्या सुगम हो जाती है। रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण के बाद दर्द और असुविधा कम होती है।
तथ्य : घुटनों के अत्यधिक जरूरत से ज्यादा उपयोग के कारण घुटनो में तकलीफ होती है। अति सर्वत्र वर्जते।
रोबोटिक प्रत्यारोपण विधि सुरक्षित और अधिक स्थायी होती है जो मानव डॉक्टर द्वारा ही संचालित होती है लेकिन खास बात है कि बेहतर परिणाम देती है।
लोगों को कुछ ही घंटों में दर्द और समस्या से राहत मिल जाती है और एक ही दिन में अपनी दैनिक दिनचर्या यापन कर सकता है।
रोबोट द्वारा घुटना प्रत्यारोपण तकनीक ने मानव जीवन शैली को आसान बना दिया है। अब इंसान घुटने के दर्द से पीड़ित नहीं रहेगा।
रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण के नुकसान
उन्होंने कहा कि वैसे तो रोबोटिक घुटना प्रत्यारोपण के साइंटिफिकली कोई भी नुकसान नहीं है नुकसान के रूप में केवल इसमें आर्थिक लागत ज्यादा लगती है
जिससे इसका लाभ सभी आर्थिक वर्ग के लोग नहीं ले सकते।
इसके अलावा इसकी तकनीक को समझने और अध्ययन करने के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है, जो सभी चिकत्सक नहीं कर सकते।
रोबोट की कॉस्ट काफी अधिक होती है जिसे भी हर अस्पताल वहन नहीं कर सकता।
रोबोट चलाने के लिए विशेषज्ञ सर्जन डॉक्टर के साथ उसकी मानसिक और शारीरिक योग्यता, दक्षता का भी अहम स्थान होता है।
संपर्क सूत्र डॉ राजीव गुप्ता 94149 80697