बढ़ते प्रदूषण एवं बदलती जीवन शैली से नाक और साइनस की एलर्जी प्रमुख समस्या
dr sudhanshu anant pandey। ent specialist। Chronic Rhinosinusitis
![](https://healthindiatoday.com/wp-content/uploads/2025/02/IMG_20250216_164207-540x470.jpg)
बढ़ते प्रदूषण एवं बदलती जीवन शैली से नाक और साइनस की एलर्जी प्रमुख समस्या
चोमू। बदलते मौसम और बढ़ते प्रदूषण के कारण चोमू और आसपास के क्षेत्रों में नाक और साइनस की एलर्जी (Chronic Rhinosinusitis) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के रूप में उभर रही है। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग बार-बार जुकाम, छींक, नाक बंद होने, सिर दर्द और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं से परेशान हैं।
चिकित्सकीय दृष्टिकोण से समझें बीमारी
सुधांशु अनंत ई एन टी हॉस्पिटल चौमू के कान, नाक, गला एवं मुख, गला कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधांशु अनंत पाण्डे के अनुसार, यह बीमारी प्रदूषण, धूल-मिट्टी, एलर्जी, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता और जीवनशैली संबंधी कारणों से होती है। जिन लोगों के माता-पिता को यह बीमारी होती है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, या जो लोग स्मोकिंग करते हैं, उनमें इस बीमारी का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा, डायबिटीज और ल्यूकेमिया जैसी बीमारियों से ग्रसित लोगों को भी यह समस्या ज्यादा होती है।
बच्चों में भी यह समस्या देखने को मिल रही है, खासकर उन बच्चों में जिनके नाक के पीछे एडिनॉइड (Adenoid) नामक मांस बढ़ा हुआ होता है।
लक्षण और संभावित जटिलताएँ
इस बीमारी के प्रमुख लक्षणों में –
✔ नाक से लगातार पानी आना
✔ बार-बार जुकाम और छींक आना
✔ सांस लेने में तकलीफ
✔ सिरदर्द और चेहरे में दर्द
✔ गंध पहचानने में परेशानी
डॉ. पाण्डे के अनुसार, यदि इस बीमारी का सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह आगे चलकर अस्थमा जैसी गंभीर समस्या को जन्म दे सकती है। कई मरीजों में यह देखा गया है कि यदि क्रोनिक राइनोसाइनुसाइटिस (CRS) का सही इलाज किया जाए तो उनका अस्थमा काफी हद तक नियंत्रित हो सकता है।
डायग्नोसिस और इलाज है जरूरी
इस बीमारी की सटीक पहचान के लिए सही क्लिनिकल एग्जामिनेशन और आवश्यक इन्वेस्टिगेशन जरूरी होते हैं। बीमारी की गंभीरता को समझने के लिए SNOT 22 स्कोरिंग का उपयोग किया जाता है।
अगर शुरुआती चरण में इस बीमारी का इलाज किया जाए, तो अधिकतर मरीजों को ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ती। लेकिन यदि लक्षण गंभीर हो जाते हैं और दवाओं से राहत नहीं मिलती, तो सर्जरी की सलाह दी जाती है।
साथ ही, जीवनशैली में सुधार, संतुलित आहार, चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार बचाव और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवाओं का सेवन भी आवश्यक होता है।
चोमू क्षेत्र में बढ़ रही समस्या
स्थानीय चिकित्सकों के अनुसार, चोमू और आसपास के क्षेत्रों में मौसम में बदलाव और बढ़ते प्रदूषण के कारण यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। आए दिन अस्पतालों में सर्दी-खांसी, सिरदर्द और नाक की एलर्जी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
डॉ पांडे का कहना है कि स्वच्छ पर्यावरण, नियमित व्यायाम, सही खानपान और डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयों का सेवन करके इस समस्या से बचा जा सकता है।
बार-बार छींक, बहती नाक और जुकाम को नजरअंदाज न करें, ये एलर्जी के लक्षण भी हो सकते हैं!
सुधांशु अनंत ईएनटी हॉस्पिटल, चौमू में पाएं एलर्जी और जुकाम का सटीक इलाज।
डॉ. सुधांशु अनंत पांडे, 10+ वर्षों के अनुभव के साथ, आपके स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखते हैं।
📞 तुरंत कॉल करें: +91 7976609972
🏥 पता: ए-41, सागर सिटी, एशियन स्कूल के पास, जयपुर रोड, चौमू।
एलर्जी से छुटकारा पाएं आज ही!
#AllergyTreatment #ColdRelief #entspecialists #ENTCare #BestENTDoctor #SudhanshuAnnantHospital #ChomuENT”